समाज के जात-पात को दर्शाता रिवाज
समाज के जात-पात को दर्शाता रिवाजकालिदास रंगालय में हुआ मंचन लाइफ रिपोर्टर पटनासामाजिक परिवेश में छुआछुत किस तरीके से लोगों को प्रभावित करता है. इस बात का नजारा रिवाज नाटक में देखने को मिला. इस नाटक का मंचन बिस्तार की तरफ से किया गया. जिसका उद्घाटन बिहार सरकार के मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने किया. […]
समाज के जात-पात को दर्शाता रिवाजकालिदास रंगालय में हुआ मंचन लाइफ रिपोर्टर पटनासामाजिक परिवेश में छुआछुत किस तरीके से लोगों को प्रभावित करता है. इस बात का नजारा रिवाज नाटक में देखने को मिला. इस नाटक का मंचन बिस्तार की तरफ से किया गया. जिसका उद्घाटन बिहार सरकार के मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने किया. इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर अखिल भारतीय क्षत्रिय समाज के प्रदेश अध्यक्ष राणा सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में अमियनाथ चटर्जी और गायिका खुशबू उत्तम थे. कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि कला को बिहार में बढ़ावा देने की जरूरत है जिससे रंगकर्मियों और नाटक को बढ़ावा मिल सके. वहीं खुशबू उत्तम ने कहा कि इसे कला का दर्जा देने की जरूरत है जिसे लोग इज्जत से देख सके. राणा सिंह ने भी अपने विचारों को रखा.घटी घटना को हुआ आभाषरिवाज कहानी है वैसे ब्राह्मण की जो शादी के लिए दूसरे गांव में जाते हैं. उस गांव में छुआछुत हावी है. छोटी जाति के लोग गांव के कुंए की पानी का उपयोग नहीं कर सकते हैं. सभी समुदाय के लोग कुएं की पानी को पीने देने की मांग करते हैं. इसके बाद कालांतर में कई तरह की घटना घटती है जिसमें हानि होती है और अंत में यही लोग इस बात को कहते हैं कि समाज में छुआछुत को खत्म करने की जरूरत है ताकि लोग प्रेम से एक साथ रह सके.