पूर्व की दुश्मनी के चलते एएसआइ ने फंसाने के लिए किया था डकैती का झूठा केस

पूर्व की दुश्मनी के चलते एएसआइ ने फंसाने के लिए किया था डकैती का झूठा केस- जांच में आयी यह बात सामने, सिटी एसपी ने किया केस को असत्य – एएसआइ का बुद्धा कॉलोनी थाने से बेलछी थाने में हुआ स्थानांतरणनितिश, पटना बुद्धा कॉलोनी थाने में तैनात एएसआइ अभय कुमार तिवारी को दूसरों को फंसाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2015 9:28 PM

पूर्व की दुश्मनी के चलते एएसआइ ने फंसाने के लिए किया था डकैती का झूठा केस- जांच में आयी यह बात सामने, सिटी एसपी ने किया केस को असत्य – एएसआइ का बुद्धा कॉलोनी थाने से बेलछी थाने में हुआ स्थानांतरणनितिश, पटना बुद्धा कॉलोनी थाने में तैनात एएसआइ अभय कुमार तिवारी को दूसरों को फंसाने के लिए डकैती का झूठा केस करना महंगा पड़ा. एएसआइ द्वारा लिखित शिकायत मिलने पर प्राथमिकी तो गांधी मैदान थाने में दर्ज कर ली गयी थी, लेकिन अनुसंधान में सारा दूध का दूध व पानी का पानी हो गया. डीएसपी टाउन ने भी अपने सुपरविजन में केस को झूठा पाया और इसकी अनुशंसा सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा से कर दी. इसके बाद मंगलवार को चंदन कुशवाहा ने भी केस को असत्य कर दिया. जांच में यह सामने आया कि एएसआइ ने पूर्व की दुश्मनी के कारण फंसाने की नियत से डकैती का झूठा केस किया था. इसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसका स्थानांतरण बुद्धा कॉलोनी थाने से बेलछी थाना कर दिया गया. झूठा केस करने से संबंधित कार्रवाई भी की जायेगी. सिटी एसपी चंदन कुमार कुशवाहा ने बताया कि डकैती का केस झूठा था और पूर्व की दुश्मनी के कारण सुनियोजित योजना के तहत केस किया गया था. मामले की जांच करायी गयी और इसके बाद केस को असत्य करार दिया गया. 21 सितंबर को गांधी मैदान थाने में दर्ज करायी थी प्राथमिकी एएसआइ अभय कुमार तिवारी ने 21 सितंबर को गांधी मैदान थाने में डकैती की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया था कि उनके गोलघर मस्जिद गली आवास में अनिल समेत सात-आठ लोग जबरन अंदर प्रवेश कर गये और बंधक बनाने के बाद कीमती सामान लूट कर फरार हो गये. पुलिस ने जब अनुसंधान शुरू किया तो एएसआइ व अनिल की पूर्व से दुश्मनी की बात सामने आयी. साथ ही इस बात पर भी पुलिस टीम आश्चर्यचकित थी कि जिस इलाके में काफी संख्या में पुलिस कर्मी रहते हैं वहां इस तरह की घटना कैसे हो गयी. इसके बाद पुलिस टीम ने वहां घटनास्थल से लेकर आसपास में सारी जगहों पर अनुसंधान किया, लेकिन किसी ने घटना की पुष्टि नहीं की. डीएसपी टाउन ने भी अपने सुपरविजन में केस को असत्य पाया और इसकी अनुशंसा सिटी एसपी मध्य को कर दी. इसके बाद भी जांच में मामला असत्य पाया गया, जिस पर सिटी एसपी मध्य ने भी अपनी मुहर लगा दी.

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