JDU और RJD में बढ़ा सियासी तकरार

पटना : बिहार के दरभंगा जिले में हाल में दो अभियंताओं की हत्या तथा प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सुझाव दिए जाने के बाद, राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के आज चिंता जताते हुए यह पूछा कि गाडी सरकार की ड्राईिवंग सीट मुख्यमंत्री पद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2015 8:59 PM

पटना : बिहार के दरभंगा जिले में हाल में दो अभियंताओं की हत्या तथा प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सुझाव दिए जाने के बाद, राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के आज चिंता जताते हुए यह पूछा कि गाडी सरकार की ड्राईिवंग सीट मुख्यमंत्री पद पर जो बैठा होता है स्टेरिंग उसी के हाथ में होता है.

रघुवंश का बयान

रघुवंश ने कहा कि बिहार में हाल में कुछ अभियंताओं की हत्या ने यह साबित कर दिया है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है. उन्होंने प्रदेश में घटित आपराधिक घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि कानून व्यवस्था बहाल करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि सरकार की ड्राइविंग सीट पर बैठे नीतीश कुमार को कानून व्यवस्था की स्थिति और बेहतर बनाने के लिए कडे कदम उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी राजद पिछली सीट पर बैठी है और वाहन गठबंधन की सरकार का स्टेरिंग जिसके हाथ में है, सुरक्षित चलाने की जिम्मेदारी भी मुख्य रुप से उसी पर है.

नीरज कुमार की टिप्पणी

कानून-व्यवस्था पर नीतीश को लालू की सलाह, और उसपर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार की टिप्प्णी, बिहार विधानसभा चुनाव में प्रदेश की 11 करोड जनता ने नीतीश के पक्ष में जयकारा करते हुए उनके नेतृत्व वाले महागठबंधन को तीन-चौथाई बहुमत दिया था, पर राजद नेता सिंह ने कहा कि जदयू के लोगों को जयकार सुनने की आदत हो गयी है. लेकिन उन्हें जनता के लिए समस्या बने अपराध पर काबू पाने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने बिहार में अपराध की स्थिति को लेकर उचित कहा है और उसे मानना चाहिए.

श्याम रजक ने रघुवंश प्रसाद को कहा बच्चा
सिंह की इस टिप्पणी पर जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि बिहार को बुरे दिन से उबारने का नीतीश कुमार का ट्रैक रिकार्ड रहा है इसलिए कानून व्यवस्था को लेकर उन्हें सुझाव देने की जरूरत नहीं है. उन्होंने रघुवंश के विचार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि क्या बच्चा भी सुझाव दे सकता है?

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

इस बीच बिहार में सरकार में शामिल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पक्ष लेते हुए कहा कि कानून व्यवस्था मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यूएसपी रहा है जिसको लेकर उनकी पूरे देश में प्रशंसा हुई। कुछ आपराधिक घटनाएं घटी हैं जिसे मुख्यमंत्री देख रहे हैं और उससे निपटेंगे. उन्होंने दरभंगा में अभियंताओं सहित प्रदेश में हत्या की अन्य वारदातों पर सरकार विरोधी भाजपा की टिप्पणियों पर उसे आडे हाथों लेते हुए कहा कि हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ‘जंगलराज 2′ का नारा दिया था पर जनता ने अपार बहुमत देकर उनके इस आरोप को पूरे तौर पर नकार कर दिया.

भाजपा की प्रतिक्रिया

बिहार के दरभंगा जिला में सडक निर्माण कार्य में लगी दो कंपनियों के दो अभियंताओं की दिनदहाडे हत्या और वैशाली जिला में रिलायंस आईटी के एक अभियंता का शव बरामद होने के साथ प्रदेश में बढी आपराधिक घटना पर भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने आज कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार ने अपना इकबाल खो दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिस प्रकार से महागठबंधन सरकार में शामिल राजद और जदयू के बीच जुबानी जंग जारी है और वे प्रदेश में अपराध पर नियंत्रण पाने को लेकर बडी-बडी बातें कर रहे हैं पर जमीन पर कुछ नहीं दिख रहा है.

राज्यपाल से मिले सी.पी. ठाकुर

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सी पी ठाकुर ने आज राज्यपाल रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर उनका ध्यान प्रदेश में हाल में घटी आपराधिक घटनाओं की ओर आकृष्ट कराया. उल्लेखनीय है कि बिहार में अपराधिक घटनाओं के ग्राफ में वृद्धि होने के बीच प्रदेश में ‘जंगलराज’ की वापसी के विपक्ष के आरोप पर गत 29 दिसंबर को राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा था कि जिन लोगों ने उनकी सरकार को बदनाम किया तथा अपराधी एवं उनके सरगना जो कि उनके कार्यकाल के दौरान कानून व्यवस्था को लेकर चुनौती बने हुए थे वे फिर से सिर उठा रहे हैं और उनकी मंशा है कि नीतीश कुमार नीत महागठबंधन की सरकार विकास कार्य नहीं कर सके और उसे बाधित किया जाए ताकि वह विधि व्यवस्था की समस्या में उलझी रहे. लालू ने पूर्व पुलिस महानिदेशक अभयानंद पर पुलिसकर्मियों का मनोबल गिराने का आरोप लगाते हुए उनका मनोबल बढाए जाने तथा काम के प्रति लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को हटाए जाने का सुझाव दिया था.

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