दीघा रेल सह सड़क पुल पर शुरू हो सकेगा सफर
पटना : नये साल में दीघा रेल सह सड़क पुल न सिर्फ राजधानी बल्कि बिहार के लिए बड़ी उपलब्धि होगी. करीब नौ साल के लंबे इंतजार के बाद इस साल से दीघा रेल सह सड़क पुल पर परिचालन शुरू होने की पूरी उम्मीद है. इस पुल के बनने से जहां लाखों लोगों को फायदा होगा, […]
पटना : नये साल में दीघा रेल सह सड़क पुल न सिर्फ राजधानी बल्कि बिहार के लिए बड़ी उपलब्धि होगी. करीब नौ साल के लंबे इंतजार के बाद इस साल से दीघा रेल सह सड़क पुल पर परिचालन शुरू होने की पूरी उम्मीद है. इस पुल के बनने से जहां लाखों लोगों को फायदा होगा, वहीं पुल के बन जाने से पटना जंकशन का लोड कम होगा. इसके साथ ही पाटलिपुत्र स्टेशन से भी नयी ट्रेनों की सौगात मिलेगी.
मुख्य संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के बाद अब पुल के चालू होने में बिंद टोली की छोटी सी बाधा भी दूर हो गयी है. सीआरएस की हरी झंडी मिलते ही इस पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जायेगा. पुल के शुरू होने पर उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच करोड़ों लोगों को राहत मिलेगी. 2002 में इसका निर्माण शुरू हुआ और 2007 तक निर्माण कार्य करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन, इसके निर्माण के लक्ष्य काे हासिल करने की अवधि बढ़ती गयी.
अपनी तरह का पहला पुल
यह रेल सह सड़क पुल का निर्माण नवीनतम के-टरस तकनीक के इस्तेमाल से किया गया है. इस तकनीक से अब तक अमेरिका में पांच रेल सह सड़क पुल, सर्बिया और नेपाल में एक और भारत में पहला पुल बना है. इस तकनीक से पुल का निर्माण कम खर्च में होता है. इस पुल में कुल 36 स्पैन हैं.
करोड़ों लोगों को लाभ
दीघा-सोनपुर इस रेल सह सड़क पुल से दक्षिण बिहार के लोगों के लिए सोनपुर मेला जाना आसान हो सकेगा. साथ ही उत्तर बिहार के सारण, सीवान, गोपालगंज, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण का संपर्क राजधानी पटना से सुगम हो सकेगा. नेपाल तक का संपर्क बेहतर हो सकेगा.