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दो छात्रों को पढ़ा रहे नौ शिक्षक

काॅमर्स और आर्ट्स में है छात्रों से अधिक शिक्षकों की संख्या रिंकू झा पटना : बिहार में भले शिक्षकों की कमी हो, विषयवार शिक्षकों के नहीं होने से क्वालिटी एजुकेशन पर असर हो रहा हो, लेकिन इसका उल्टा सिमुलतला आवासीय विद्यालय में शिक्षकों की संख्या छात्रों से अधिक है. जहां आर्ट्स विषय में दो छात्र […]

काॅमर्स और आर्ट्स में है छात्रों से अधिक शिक्षकों की संख्या
रिंकू झा
पटना : बिहार में भले शिक्षकों की कमी हो, विषयवार शिक्षकों के नहीं होने से क्वालिटी एजुकेशन पर असर हो रहा हो, लेकिन इसका उल्टा सिमुलतला आवासीय विद्यालय में शिक्षकों की संख्या छात्रों से अधिक है. जहां आर्ट्स विषय में दो छात्र है वहीं काॅमर्स में छात्रों की संख्या तीन ही है.
लेकिन अगर शिक्षकों की बात करें तो आर्ट्स में शिक्षकों की संख्या नौ है. वहीं काॅमर्स में शिक्षकों की संख्या चार है. 2015 में पहली बार 10वीं बोर्ड की परीक्षा में सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्र और छात्राएं शामिल हुए थे. 120 छात्रों में मात्र 53 छात्रो ने ही 11वीं में नामांकन सिमुलतला आवासीय विद्यालय में लिया.
40 का सेक्शन भी नहीं पूरा
नामांकन लेने में स्कूल तो फेल हो ही रहा है. वहीं 11वीं में 40 छात्रों का सेक्शन भी पूरा नहीं हो पाया है. पहली बार 11वीं में नामांकन लिया गया. 11वीं में कुल 53 नामांकन में 48 छात्रों साइंस में नामांकन लिया. इसमें 29 छात्र मैथ और 19 छात्र बायोलॉजी में नामांकन लिये. साइंस, आर्ट्स और काॅमर्स तीनों ही स्टीम में एक भी सेक्शन पूरा नहीं हो पाया.
छह करोड़ सालाना खर्च
बिहार सरकार का इस विद्यालय पर सालाना छह करोड़ रूपये का खर्च है. वर्तमान में विद्यालय में चार सौ छात्र पर 26 शिक्षक है. वहीं सेक्यूरिटी गार्ड की संख्या 18 है. आवासीय होने के कारण खाना और रहना भी मुफ्त मिलता है. छात्रों के रहने, देखभाल और विद्यालय के रख रखाव पर सालाना छह करोड़ रूपये का खर्च बिहार सरकार को करना पड़ता है.
बिना इक्यूपमेंट के चल रहा लैब
विद्यालय में 11वीं में नामांकन हुए लगभग दस महीने से अधिक हो गया. लेकिन अभी तक 11वीं में एक भी प्रैक्टिकल नहीं हो पाया. विद्यालय सूत्रो की माने तो विद्यालय में मौजूद लैब में 10वीं क्लास तक के लिए ही इक्यूपमेंट है. प्लस टू लेवल का इक्यूपमेंट नहीं होने के कारण लैब में प्रैक्टिकल नहीं हो पाया है. प्लस टू के सिलेबस में 18 प्रैक्टिकल और 18 एक्टिविटी का प्रावधान है. लेकिन अभी तक एक भी ना तो प्रैक्टिकल हो पाया और ना ही एक्टिविटी ही हो पायी है. तीन महीने के बाद सारे छात्र 12वीं में चले जायेंगे.

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