ऑपरेशन विश्वास: जेल में मक्खन, गैंग चलाता था विवेक
पटना : ‘ऑपरेशन विश्वास’ के तहत पटना पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है. रविवार को भी इस अभियान के तहत दानापुर के कुख्यात अपराधी व बेऊर जेल में बंद मक्खन गिरोह के 11 अपराधियों समेत 15 बदमाशों को पुलिस ने पकड़ा है. इनमें तीन शातिर अपराधी बाढ़ से व एक हथियार तस्कर को पीरबहोर […]
पटना : ‘ऑपरेशन विश्वास’ के तहत पटना पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है. रविवार को भी इस अभियान के तहत दानापुर के कुख्यात अपराधी व बेऊर जेल में बंद मक्खन गिरोह के 11 अपराधियों समेत 15 बदमाशों को पुलिस ने पकड़ा है. इनमें तीन शातिर अपराधी बाढ़ से व एक हथियार तस्कर को पीरबहोर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि मक्खन को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी. वह जेल के अंदर से मोबाइल फोन के माध्यम से अपने गिरोह को संचालित कर रहा था. मक्खन के जेल जाने के बाद से विवेक उसके गिरोह की कमान संभाल रहा था. उसे भी गिरफ्तार किया गया है.
दानापुर पुलिस की गिरफ्त में अाये मक्खन गिरोह के सदस्यों से सात देशी पिस्टल, एक मैगजीन व 13 कारतूस बरामद किये गये हैं. पकड़े गये अपराधियों में विवेक कुमार, गौतम उर्फ भाेलू, सोनू कुमार, गनु उर्फ जिम्मी, सुमित कुमार, राकेश कुमार, सुभाष कुमार, रोहित कुमार, अखिलेश कुमार, धर्मेंद्र राय व अलमबीर शामिल हैं. ये सभी दानापुर के ही रहनेवाले हैं. बाहर में गैंग संभाल रहे विवेक ही मक्खन के इशारे पर दानापुर के व्यवसायियों से रंगदारी मांग रहा था. नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही थी.
बाढ़ में भी तीन शातिर पकड़ाये
बाढ़ पुलिस ने तीन शातिर अपराधियों को चौंदीपुर इलाके से पकड़ लिया. ये किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने के फिराक में थे. इन लोगों के पास से एक देशी ऑटोमैटिक पिस्टल व कारतूस बरामद किये गये हैं. पकड़े गये अपराधियों में संतोष सिंह (जाहिदपुर, बेढ़ना, बाढ़), मो सम्मी इमाम (चौंदीपुर, बाढ़) व मो इमरान (वाजीदपुर, बाढ़) शामिल हैं. पूछताछ के क्रम में इन लोगों ने कई लूट व चोरी की घटनाओं में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया है. इस गिरोह का बाढ़, सकसोहरा व पंडारक में काफी दहशत है. पकड़ा गया संतोष कुमार बेगूसराय के पेट्रोल पंप पर हुए लूटकांड में भी शामिल था.
राशिद आर्म्स करता था सप्लाइ
नक्सलियों को हथियार व कारतूस सप्लाइ करनेवाले तस्कर मो राशिद (जीएम रोड) को पीएमसीएच के पास से पीरबहोर पुलिस ने पकड़ लिया. उसके पास से पुलिस ने एक देशी पिस्टल, 12 कारतूस व दो मैगजीन बरामद किये हैं. गुप्त सूचना के आधार पर पीरबहोर थानाध्यक्ष निसार अहमद ने पीएमसीएच इलाके की घेराबंदी की और राशिद को पकड़ लिया. वह किसी को हथियार व कारतूस की सप्लाइ करने आया था. बताया जाता है कि वह नेपाल व दिल्ली तक हथियार व कारतूस की सप्लाइ कर चुका है. उसकी निशानदेही पर अन्य हथियार तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
बताश जाता है कि कैदी जब पेशी के लिए न्यायालय आते हैं और उन्हें वहां हाजत में बंद किया जाता है. इसके बाद वे पुलिस के साथ सुरक्षा में न्यायालय में उपस्थित होते हैं. इसी दौरान उनके पास मोबाइल फोन या सिम कार्ड पहुंच जाता है और वे लोग उसे लेकर जेल गेट पर पहुंचते हैं, लेकिन वहां से भी निकल जाने के बाद जेल के अंदर लेकर चले जाते हैं.
जेल से ही गिरोह को अपराधी मोबाइल से कर रहे हैं संचालित
बेऊर जेल के अंदर से सरगना अपने गिरोह को मोबाइल फोन के माध्यम से संचालित कर रहे है. इसे रोकने में बेऊर जेल प्रशासन व पटना पुलिस विफल रही है. एक के बाद एक ऐसे मामले सामने आये है, जो जेल प्रशासन व पुलिस की विफलता को दरसाते हैं. मक्खन सिंह के मामले में जेल के अंदर छापेमारी भी की गयी, लेकिन मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ. इससे स्पष्ट है कि अब भी जेल के अंदर मोबाइल फोन मौजूद है. एसएसपी मनु महाराज ने भी इस बात की पुष्टि की है कि जेल के अंदर से मक्खन मोबाइल फोन के माध्यम से गिरोह को संचालित कर रहा था.
बताश जाता है कि कैदी जब पेशी के लिए न्यायालय आते हैं और उन्हें वहां हाजत में बंद किया जाता है. इसके बाद वे पुलिस के साथ सुरक्षा में न्यायालय में उपस्थित होते हैं. इसी दौरान उनके पास मोबाइल फोन या सिम कार्ड पहुंच जाता है और वे लोग उसे लेकर जेल गेट पर पहुंचते हैं, लेकिन वहां से भी निकल जाने के बाद जेल के अंदर लेकर चले जाते हैं.
प्रभात फ्लैश
केस 1
अगमकुआं के ट्रांसपोर्ट नगर के पास बिल्डर शैलेश कुमार की हत्या अपराधियों ने कर दी थी. इसमें कॉन्ट्रेक्ट किलर रणधीर सिंह उर्फ नाटु (घोसवरी), विशाल सिंह (कदमकुआं), राजेश रजक (कंकड़बाग) एवं हर्षवर्धन (उत्तरप्रदेश) को पकड़ा था. रणधीर ने बताया था कि जेल में शराब व्यवसायी साकेत गुप्ता हत्याकांड में बंद पंकज सिंह ने हत्या करने का निर्देश दिया था.
केस 2
पुलिस ने नामचीन बिल्डर की हत्या की साजिश को नाकाम करते हुए कुख्यात बिंदु सिंह के आठ काॅन्ट्रेक्ट किलरों विष्णु उर्फ विश्वजीत, छोटू, पिंटू, कृष्ण मुरारी, गौतम, रिंकी सिंह, गुड्डु कुमार एवं छोटू कुमार को 18 अगस्त को पकड़ा था. अपराधियों ने पूछताछ में बताया कि बिंदु सिंह बेऊर जेल से मोबाइल से घटना का निर्देश दिया था.