घरवालों ने पुलिस को दिखाया रास्ता तो साबित हुई वेटनरी छात्र की हत्या
रोहित केशरी की मौत का मामला पटना : वेटनरी छात्र रोहित कुमार केशरी (23) की मौत की गुत्थी सुलझ गयी है. सिटी एसपी के निर्देशन में चल रही जांच में मर्डर होने की बात सामने आयी है. खुलासा हुआ है कि विकलांग रोहित को साइिकल चोर समझ कर पिटाई की गयी थी. उसके पेट में […]
रोहित केशरी की मौत का मामला
पटना : वेटनरी छात्र रोहित कुमार केशरी (23) की मौत की गुत्थी सुलझ गयी है. सिटी एसपी के निर्देशन में चल रही जांच में मर्डर होने की बात सामने आयी है. खुलासा हुआ है कि विकलांग रोहित को साइिकल चोर समझ कर पिटाई की गयी थी. उसके पेट में मुक्के मारे गये थे और गला दबा दिया गया था.
इस दौरान उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद उसे दीघा क्षेत्र के बिंद टोली पोखर में फेंक दिया गया. इस मौत को आत्महत्या माननेवाली पुलिस तब गंभीर हुई, जब 10 दिन पहले छात्र के पिता ने पुलिस के अनुसंधान पर सवाल खड़ा कर दिया. उसने सात बिंदुओं की पड़ताल करने की मांग की और खास बात कि पुलिस को इसी बिंदु पर सफलता मिली है.
पिटाई से हुई थी मौत
एसएसपी मनु महाराज ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि 16 दिसंबर को रोहित स्कूल जाने के क्रम में एसआरएल पैथालोजी रुकनपुरा पहुंच गया था. वह बाहर खड़ा था, जहां कई साइिकल लगी हुई थी. उसने एक साइकिल पर हाथ रखा था.
इससे वहां मौजूद लोगों को लगा कि वह साइिकल चोरी कर रहा है. इसी बात को लेकर उसकी पिटाई कर दी गयी. रोहित विकलांग था और शारीरिक रूप से कमजोर था. मारपीट के दौरान उसके पेट, सिर में चोट आयी और उसका गला दबाने से मौत हो गयी. घटना के बाद सभी डर गये.
उन लोगों ने उसे वहां से हटाकर बिंद टोली पोखर दीघा ले गये और पानी में फेंक कर भाग गये. इस केस में 19 दिसंबर को शव बरामदगी के बाद दीघा थाने में यूडी केस दर्ज हुआ. इससे पहले 16 दिसंबर को रोहित के पिता अनिल कुमार केशरी ने शास्त्रीनगर थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था.
ये हुए गिरफ्तार, यह हुआ बरामद
सहदेव कुमार साहनी उर्फ छेदी कुमार उर्फ दानिश उर्फ आकाश (मूल निवासी दरभंगा और वर्तमान निवासी खलीलपुरा) फुलवारीशरीफ में सोहन सिंह के मकान में किरायेदार है.
शशिकांत (निवासी खुशल्लापुरा, तेलहरा रुपसपुरा), कमलाकरधारी (निवासी जलालपुर, रूपसपुर), देवाशीष शरण (निवासी रूपसपुर) और बब्लू कुमार (निवासी नालंदा) को गिरफ्तार किया है. इनके पास से मृतक को मोबाइल फोन, दोनों सिमकार्ड, सभी पकड़े गये लोगों का मोबाइल फोन, जिसमें मृतक का नंबर इस्तेमाल हुआ था, बरामद किये गये हैं. इसी के आधार पर मामला ट्रेस हुआ है. पुलिस ने पैथाेलॉजी के पास लगे सीसीटीवी फुटेज से आरोपितों की पहचान की है.