इमरजेंसी व आइसीयू में बढ़ेंगे बेड

इमरजेंसी की हालत पर भड़के प्रधान सचिव, व्यवस्था सुधारने का दिया निर्देश पटना : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने सोमवार को प्रदेश के मल्टी सुपरस्पेशियलिटी हाॅस्पिटल आइजीआइएमएस का निरीक्षण किया. इस दौरान इमरजेंसी वार्ड में कम बेड और अंधेरे में मरीजों का इलाज करते देख कर वे काफी नाराज हुए. उनके साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2016 6:26 AM
इमरजेंसी की हालत पर भड़के प्रधान सचिव, व्यवस्था सुधारने का दिया निर्देश
पटना : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने सोमवार को प्रदेश के मल्टी सुपरस्पेशियलिटी हाॅस्पिटल आइजीआइएमएस का निरीक्षण किया. इस दौरान इमरजेंसी वार्ड में कम बेड और अंधेरे में मरीजों का इलाज करते देख कर वे काफी नाराज हुए.
उनके साथ मौके पर मौजूद अस्पताल के डायरेक्टर डॉ एनके विश्वास को फटकार लगायी. उन्होंने सफाई, बिजली और डॉक्टरों को राउंड लगाने को कहा. वहीं, बेड की संख्या कम होने पर उन्होंने रिपोर्ट की मांग की. उन्होंने आश्वासन दिया कि 36 की जगह 100 बेड का इमरजेंसी अस्पताल बनाया जायेगा.
आरके महाजन ने कहा कि प्रदेश के मल्टी सुपरस्पेशियलिटी हाॅस्पिटल आइजीआइएमएस में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होंगी. अस्पताल को लखनऊ के पीजीआइ की टक्कर का बनाया जायेगा. इस दौरान उन्होंने अस्पताल के इमरजेंसी, आइसीयू आदि कई वार्डों का जायजा लिया.
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अस्पताल में सुविधाओं को बढ़ाने के लिए विभाग हर स्तर पर प्रयास करेगा. मरीजों को अधिक से अधिक सुविधा मिले, इसके लिए बेडों के साथ ही अन्य सुविधाओं का विस्तार किया जायेगा. उन्होंने कैंसर सेंटर के लिए 25 करोड़ सहित कई सुविधाओं के लिए जल्द ही पैसे देने की बात कही. निरीक्षण के दौरान अस्पताल के डायरेक्टर डॉ एनआर विश्वास, डॉ मनीष मंडल, डॉ एसके साही सहित आला डॉक्टर मौजूद थे.
मंत्री आने की खबर सुनते ही मचा हड़कंप
सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के निरीक्षण करने की खबर सुनते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. सुबह से ही अस्पताल को सुधारने की कवायद की जा रही थी.
वार्ड में सफाई, दवा वितरण, वार्डों में डॉक्टरों का राउंड आदि सभी बेहतर तरीके से किये जा रहे थे. हालांकि स्वास्थ्य मंत्री की जगह प्रधान सचिव आरके महाजन ने अस्पताल का निरीक्षण किया. अस्पताल के मरीजों का कहना है कि वार्डों में न तो समय से डॉक्टर आते हैं और न ही समय पर इलाज मिलता है. हालांकि सोमवार को सभी सुविधाएं मरीजों को मुहैया करायी जा रही थीं.
बोले सचिव, ये होंगे विस्तार
– इमरजेंसी में बेड संख्या 36 से बढ़ा कर 100 और आइसीयू में बेड 12 से 54 किये जायेंगे
– प्राइवेट वार्डों की संख्या 62 से बढ़ा कर 162 की जायेगी, जिसकेे लिए चार मंजिले नये सेंट्रल एसी भवन का निर्माण किया जा रहा है.
– पुराने 62 प्राइवेट वार्डों का जीर्णोद्धार कर सभी को एसी बनाया जायेगा.
-हर फ्लोर के दोनों ओर छह बेड के आइसीयू बनाये जायेंगे.

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