पटना: ‘ऐसे ही काम किया जाता है. थाने में पीड़ित परिवार आते हैं, एफआइआर दर्ज नहीं की जाती है. पुलिस की इसी लिए आलोचना होती है. हाइकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती बरतने पर चेतते हैं. आप जैसे पुलिसकर्मियों के कारण ही अन्य का मनोबल नीचा होता है.
ऐसे काम नहीं चलेगा.’आइजी, कमजोर वर्ग अरविंद पांडे ने बेहद सख्त लहजे में भागलपुर के बरारी थाना प्रभारी अमर प्रसाद को डांट पिलायी. कहा, पीड़ित के घर जा कर एफआइआर का आवेदन ले कर रिपोर्ट करें. एक महिला अपने पति के साथ मोटरसाइकिल से जा रही थी.
स्पीड ब्रेकर के पास गाड़ी का संतुलन बिगड़ा व महिला की गिर कर घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. घटना 15.11.2011 को भागलपुर के बरारी थाना क्षेत्र में घटित हुई. महिला का पोस्टमार्टम कराया गया. इस मामले को लेकर बरारी थाने में यूडी केस दर्ज करने के स्थान पर पुलिसकर्मियों ने पीड़ित पति की एक नहीं सुनी. समय बीतता गया, पीड़ित परिवार की हर कोशिश बेकार गयी.
पीड़ित परिवार के सदस्य दो दिन पूर्व आइजी,कमजोर वर्ग अरविंद पांडे के पास शिकायत ले कर पहुंचे. आइजी, अरविंद पांडे ने बरारी थाना प्रभारी को एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया, जब गुरुवार को सुबह 10.30 बजे पीड़ित परिवार थाना प्रभारी के पास अपने आवेदन लेकर पहुंचा, तो उसे एक बार फिर भगा दिया गया. आइजी श्री पांडे ने भागलपुर के एसपी को फोन कर बरारी थाना प्रभारी व दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया.