कोई खुले में ही ”घर” बसाने लगा, तो कोई नाराज

पटना : कड़ी सुरक्षा व छिटपुट विरोध के बीच दीघा-सोनपुर रेल सह सड़क पुल की राह में बाधा बनी बिंद टोली बुधवार से खाली होना शुरू हो गया. सभी परिवारों को कुर्जी में मैनपुरा मौजा की सवा छह एकड़ जमीन पर पुनर्वासित किया जा रहा है. सुबह से ही बिंदटोली से विस्थापित होने वाले परिवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2016 7:50 AM
पटना : कड़ी सुरक्षा व छिटपुट विरोध के बीच दीघा-सोनपुर रेल सह सड़क पुल की राह में बाधा बनी बिंद टोली बुधवार से खाली होना शुरू हो गया. सभी परिवारों को कुर्जी में मैनपुरा मौजा की सवा छह एकड़ जमीन पर पुनर्वासित किया जा रहा है.
सुबह से ही बिंदटोली से विस्थापित होने वाले परिवार दो गुट में बंटे नजर आये. एक गुट से जुड़े परिवारों ने जहां सुबह से ही कुर्जी की नयी जमीन पर शिफ्ट होना शुरू कर दिया, वहीं दूसरे गुट ने प्रशासन से कई मांग को लेकर धरना दे दिया. धरना दे रहे परिवारों की मांग थी कि उन्हें सामान लाने ले जाने के लिए वाहन, कुर्जी में नयी जमीन पर रहने के लिए मुकम्मल व्यवस्था के साथ-साथ वहां पांच फीट मिट्टी भराई भी की जाये. उनलोगों ने प्रशासन और सरकार मुर्दाबाद के नारे भी लगाये.
प्रशासनिक अफसरों ने उन्हें बताया कि हाइकोर्ट का आदेश है कि यह जमीन सरकार की है. सभी अतिक्रमण कर यहां रह रहे हैं. आप सबको जमीन दी गयी है, अब यदि यहां से सामान नहीं हटाया, तो हमें मजबूरन बुलडोजर चलाना पड़ेगा. यदि प्रशासन से मदद चाहिए तो बताइए. अनुरोध पर परिवारों ने वहां से हटना स्वीकार कर लिया और अपने सामान लेकर नयी चिह्नित जमीन पर जा कर बसने लगे.
प्रशासन ने की व्यवस्था : लोगों की मांग के बाद प्रशासन की ओर से सभी परिवारों को वाहन देने की व्यवस्था की गयी. अपर समाहर्ता उमाशंकर मंडल और एसडीएम रेयाज अहमद खान ने बताया कि प्रशासन के ट्रैक्टर यहां शिफ्ट होने तक काम करेगा अौर इसके अलावा जो भी लोग अपनी गाड़ी से जाना चाहते हैं, तो उन्हें ईंधन का खर्च दिया जायेगा. इसके बाद लोग सामान लादना शुरू कर दिये़

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