आतंकी घुस आये, कहां गया 56 इंच का सीना : लालू
पटना: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला है. पार्टी कार्यालय पहुंचे लालू प्रसाद ने कहा कि पठानकोट मामले पर भाजपा क्यों नहीं बहस करा रही है. लालू ने कहा कि पठानकोट में जब हमला हो रहा था उस समय देश […]
पटना: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला है. पार्टी कार्यालय पहुंचे लालू प्रसाद ने कहा कि पठानकोट मामले पर भाजपा क्यों नहीं बहस करा रही है. लालू ने कहा कि पठानकोट में जब हमला हो रहा था उस समय देश के रक्षा मंत्री गोवा में थे.
राजद अध्यक्ष ने कहा कि आखिर आतंकवादी पठानकोट में कैसे घुसा? हमारे जवान शहीद हो गये. पाकिस्तान को ये कार्रवाई करने को कहते हैं. पाकिस्तान इनसे सबूत मांग रहा है. कहते थे कि पाक आंख नहीं दिखायेगा. छप्पन इंच का सीना है. कहां चला गया? इनका खेला-बेला लोग समझ गया है. इनके हाथ में देश सुरक्षित नहीं है. संगठनात्मक चुनाव के बाद राजद और देशभक्तों की जिम्मेवारी होगी कि देश को बचायें. हमारे राज को वे लोग जंगल राज कहते हैं. उन्हें बताना चाहिए कि पठानकोट में क्या हुआ? क्यों नहीं बहस करा रहे हैं?राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा है कि उनकी सरकार 20-25 साल चलेगी. नोमिनेशन के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी महागंठबंधन की सरकार अच्छा काम कर रही है.
अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ लालू का नामांकन
पटना : लालू प्रसाद राजद के नौवीं बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे. 17 जनवरी को इसकी औपचारिक घोषणा कर दी जायेगी. शुक्रवार को अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र लालू प्रसाद ने नोमिनेशन किया. पार्टी राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी जगदानंद सिंह और सहायक राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी चितरंजन गगन की मौजूदगी में लालू प्रसाद ने दो सेट में नोमिनेशन किया. इनके प्रस्तावक के रूप में पूर्व सीएम राबड़ी देवी, वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेम गुप्ता, सांसद जयप्रकाश नारायण, आपदा प्रबंधन मंत्री चंद्रशेखर, राजद अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रगति मेहता सहित 20 नेता शामिल थे.
फिर से बिहार को बदनाम करने की कोशिश: तेजस्वी
पटना. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि विपक्ष फिर से बिहार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है. विपक्ष को हार का एक माह भी नही हुआ और बेचैन हो गये हैं. उन्हें राज्य के हित में पोजिटिव राजनीति करनी चाहिए.