25 लाख से बदलेगी पटना कॉलेज की सूरत

25 लाख से बदलेगी पटना कॉलेज की सूरत – 154वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने एमएलसी फंड से की राशि देने की घोषणा- समारोह में कॉलेज के 19 रिटायर्ड शिक्षक व चार कर्मचारियों को किया गया सम्मानितसंवाददाता, पटना वह कॉलेज जिसने राज्य को कई धरोहर दिये. वह काॅलेज जिसका अस्तित्व पटना विश्वविद्यालय से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2016 6:37 PM

25 लाख से बदलेगी पटना कॉलेज की सूरत – 154वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने एमएलसी फंड से की राशि देने की घोषणा- समारोह में कॉलेज के 19 रिटायर्ड शिक्षक व चार कर्मचारियों को किया गया सम्मानितसंवाददाता, पटना वह कॉलेज जिसने राज्य को कई धरोहर दिये. वह काॅलेज जिसका अस्तित्व पटना विश्वविद्यालय से पहले से भी है. उसी कॉलेज ने शनिवार को अपना 154वां स्थापना दिवस मनाया. इस अवसर पर राज्य के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बड़े व कड़े कदम उठाये जायेंगे. बहुत जल्द ही उच्च शिक्षा की बेहतरी के लिए राजभवन व राज्य सरकार द्वारा सभी कुलपतियों की बैठक बुलायी जायेगी. इस बैठक में सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति के साथ विचार-विमर्श कर कोई ठोस निर्णय लिया जायेगा और जो भी जरूरी कदम उठाने होंगे, वे उठाये जायेंगे. एडवाइजरी काउंसिल बनेगीइस मौके पर शिक्षा मंत्री ने अपने एमएलसी फंड से 25 लाख रुपये भी कॉलेज के रखरखाव के लिए देने की घोषणा की. समारोह में कॉलेज के 19 रिटायर शिक्षक व 4 कर्मचारियों को भी शिक्षा मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया. शिक्षा मंत्री ने कॉलेज का झंडा फहराकर कार्यक्रम की शुरुआत की. समारोह में शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक एडवाइजरी काउंसिल बनायी जायेगी, जिसमें शिक्षाविद शामिल होंगे. इसमें कोई भी संगठन अपनी बात रख सकेगा. मैं भी हूं इसी विवि का छात्रउन्होंने कहा कि मैं भी इसी विवि का छात्र रहा हूं और अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. यहां के छात्रों से उन्होंने कहा कि छात्र गंभीरता से पढ़ाई करें और अपने लक्ष्य को प्राप्त करें. राज्य में शिक्षा की स्थिति ठीक नहीं है. राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राज्य सरकार प्रयास कर रही है. बड़े पैमाने पर काम किया जा रहा है. सभी को मिल कर अच्छा माहौल बनाना होगा. कदाचार रोकने में मिल कर करें सहयोगपिछले वर्ष मैट्रिक की परीक्षा में कदाचार का जिक्र करते हुए कहा कि सभी मिलकर इसे रोकने में सहयोग करें. छात्रों द्वारा समारोह के दौरान ही प्रदर्शन करने व इस तरह उपद्रव करने पर उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह तरीका सही नहीं है. काॅलेज का राजनीतिकरण हो रहा है. कोई भी संगठन आकर कभी भी हमसे बात कर सकता है. गुरुजन की इस सभा में और कॉलेज के स्थापना दिवस समारोह में इस तरह का व्यवहार ठीक नहीं है. इस मौके पर कुलपति प्रो वाईसी सिम्हाद्री ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विभिन्न संकायों के भवनों के निर्माण में राज्य सरकार सहयोग करे. उन्होंने कहा कि कॉलेज काफी अच्छा काम कर रहा है और मैं इसके बेहतर भविष्य की कामना करता हूं. प्राचार्य प्रो रणविजय कुमार ने कहा कि काॅलेज का इतिहास काफी समृद्ध रहा है. इधर कुछ समय से कॉलेज में कुछ खराब दौर से गुजर रहा है, हम सबको मिलकर कॉलेज का पुराना गौरव फिर से लाना है. शैक्षणिक माहौल को फिर से बेहतर करना है. सम्मानपूर्वक लौटाया सम्मान जिन रिटायर्ड शिक्षकों को सम्मानित किया गया, उसमें पटना कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो एनके चौधरी भी थे. उन्होंने कार्यक्रम के दौरान अपना सम्मान वापस लौटा दिया. प्रो एनके चौधरी ने कहा कि बिहार में उच्च शिक्षा की खराब स्थिति और शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों की जायज मांगों के प्रति असंवेदनशीलता, कैंपस में जनतांत्रिक अधिकारों को लागू नहीं करने के विरोध में सम्मानपूर्वक सम्मान को लौटा दिया है. इन्हें किया गया सम्मानितडॉ एस जोहा- अरबी प्रो एनके चौधरी – अर्थशास्त्र प्रो महाश्वेता घोष – अंग्रेजी प्रो सुदिप्तो अधिकारी – भूगोल प्रो कैलाश महतो – भूगोल प्रो आरबीपी सिंह – भूगोल प्रो बलराम तिवारी- हिंदी प्रो अमर कुमार सिंह- हिंदी प्रो एनके शर्मा- हिंदी प्रो प्रशांत दत्ता – इतिहास प्रो ओम प्रकाश – इतिहास प्रो आरएन दास – गणित प्रो डीएन शर्मा – गणित प्रो सुनंदा बनर्जी – राजनीतिशास्त्र प्रो प्रभा शुक्ला – मनोविज्ञान प्रो राम गुलाम मिश्रा- संस्कृत प्रो जेपी सिंह – समाजशास्त्र डॉ. इजरायल रजा- उर्दू कर्मचारी डीके सिंह विजय कुमारदमयंती देवीबच्चू राम

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