बाप मांगता था रंगदारी, बेटा वसूलता था पैसा, पकड़े गये

पटना : नौबतपुर, बिहटा व विक्रम में आतंक का पर्याय बने मनोज सिंह व उसके बेटे मानिक समेत छह अपराधियों को पुलिस ने विक्रम इलाके में गिरफ्तार किया. वे सब हथियारों से लैस होकर किसी अापराधिक घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में थे. अपराधियों के पास से एक राइफल, एक कारबाइन, पिस्टल व कारतूस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2016 2:27 AM
पटना : नौबतपुर, बिहटा व विक्रम में आतंक का पर्याय बने मनोज सिंह व उसके बेटे मानिक समेत छह अपराधियों को पुलिस ने विक्रम इलाके में गिरफ्तार किया. वे सब हथियारों से लैस होकर किसी अापराधिक घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में थे. अपराधियों के पास से एक राइफल, एक कारबाइन, पिस्टल व कारतूस बरामद किये गये हैं. पकड़ा गया मनोज 25 हजार का इनामी है और 12 साल से फरार था. झारखंड के टिस्को में भी सुपारी लेकर उसने राज सकल यादव की हत्या कर दी थी. पुलिस उसे वर्ष 2004 से खोज रही थी.

हाल में उसने टाटा में एक करोड़ की रंगदारी वसूली थी अौर नौबतपुर में भी एक स्वर्ण व्यवसायी से दो लाख लिया था. पकड़े गये अन्य अपराधियों में मुनचुन, सुशील कुमार, मनीष कुमार व विकास कुमार शामिल हैं. ये सभी नौबतपुर के रहनेवाले हैं. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि यह गिरोह व्यवसायियों से लगातार रंगदारी मांग रहा था और इस बात की जानकारी पुलिस को मिली थी. उन्होंने बताया कि इन लोगों ने पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी दी है. उन्हें भी पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
डर से नहीं दर्ज कराते थे मामला
बाप मनोज सिंह कई व्यवसायियों से रंगदारी मांग कर परेशान कर रखा था. बाप फोन कर रंगदारी मांगता था और बेटा रंगदारी की रकम लेने के लिए जाता था. उसके भय से कई व्यवसायियों ने मामला तक नहीं दर्ज कराया था. लेकिन, उसके नौबतपुर, बिहटा, विक्रम इलाके में सक्रिय होने व रंगदारी मांगे जाने की गुप्त सूचना मिल गयी थी. इसके बाद पुलिस इसके पीछे लगी और पता चला कि ये लोग विक्रम थाने के असपुरा में फुटवेयर की बंद फैक्टरी में अपराधी जुटे हैं. इसके बाद इलाके की घेराबंदी की गयी और सभी को पकड़ लिया गया. इन लोगों के पास से बरामद किये गये कारबाइन के विषय में जानकारी ली जा रही है कि वह पुलिस की तो नहीं है.

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