मधेश आंदोलन को और सशक्त बनाने की जरूरत : अनिल झा

मधेश आंदोलन को और सशक्त बनाने की जरूरत : अनिल झा संवाददाता, पटना मधेशी अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं. लगभग 149 दिनों से बंद, जुलूस, प्रदर्शन, कर्फ्यू से नेपाल के तराई का इलाका अशांत है. 50 से ज्यादा मधेशी पुलिस-सेना की गोलियों के शिकार हो चुके हैं. लेकिन, हमारी मांगें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2016 10:46 PM

मधेश आंदोलन को और सशक्त बनाने की जरूरत : अनिल झा संवाददाता, पटना मधेशी अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं. लगभग 149 दिनों से बंद, जुलूस, प्रदर्शन, कर्फ्यू से नेपाल के तराई का इलाका अशांत है. 50 से ज्यादा मधेशी पुलिस-सेना की गोलियों के शिकार हो चुके हैं. लेकिन, हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं. इस अांदोलन को और सशक्त बनाने की जरूरत है. ये बातें नेपाल सद्भावना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार झा ने कहीं. वे रविवार को नेपाल में मधेशी अधिकारों के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम का आयोजन गांधी संग्रहालय में जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी एवं लोक संघर्ष समिति के तत्वावधान में किया गया था. उन्होंने कहा कि बिहार और मधेश का संबंध काफी पुराना है. वरिष्ठ पत्रकार चंद्रकिशोर ने कहा कि नेपाल का मधेश आंदोलन समावेशी है. आंदोलन नेपाल के दक्षिणी भूगोल में भले ही हो रहा है, लेकिन इससे नेपाल की नव गणतांत्रिक संरचना मजबूत और उन्नत होगी. यह आंदोलन शांतिपूर्ण असहयोगात्मक है. नेपाली कांग्रेस के केंद्रीय सदस्य एवं पूर्व मंत्री अजय कुमार चौरसिया ने कहा कि मधेश आंदोलन लोकतंत्र को और अधिक मजबूत करनेवाला आंदोलन है. जब तक सभी नागरिकों को समानता का हक नहीं दिया जायेगा, तब तक लोकतंत्र स्थिर नहीं हो सकता है. तराई मधेश लोकतांत्रिक पार्टी के नेता एवं सांसद डाॅ विजय कुमार ने कहा कि नेपाल के मधेश में अस्थिरता का बिहार पर सामाजिक और आर्थिक असर पड़ेगा, इसलिए, मधेश आंदोलन को बिहार का समर्थन जरूरी है. इस मौके पर नेपाली सांसद डॉ डिंपल झा, संघीय समाजवादी फोरम के केंद्रीय महासचिव रामसहाय यादव, कालिंदी राय, उर्मिला कर्ण, अरुण दास, डॉ दिवाकर तेजस्वी, कंचन बाला, नीलू, अशोक चंद्रवंशी आदि उपस्थित थे.

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