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आधे शहर में भी होल्डिंग टैक्स नहीं वसूल सका है निगम

आधे शहर में भी होल्डिंग टैक्स नहीं वसूल सका है निगम- चालू वित्तीय वर्ष में 70 करोड़ होल्डिंग टैक्स वसूलने का लक्ष्य किया गया है निर्धारित – अब तक सिर्फ 40 प्रतिशत ही हुई है वसूली, 1.97 लाख मकान मालिक होल्डिंग टैक्स के दायरे में संवाददाता, पटनानगर निगम में राजस्व का एकमात्र जरिया होल्डिंग टैक्स […]

आधे शहर में भी होल्डिंग टैक्स नहीं वसूल सका है निगम- चालू वित्तीय वर्ष में 70 करोड़ होल्डिंग टैक्स वसूलने का लक्ष्य किया गया है निर्धारित – अब तक सिर्फ 40 प्रतिशत ही हुई है वसूली, 1.97 लाख मकान मालिक होल्डिंग टैक्स के दायरे में संवाददाता, पटनानगर निगम में राजस्व का एकमात्र जरिया होल्डिंग टैक्स है, पर यह भी लक्ष्य के अनुरूप नहीं वूसला जा रहा है. स्थिति यह है कि होल्डिंग टैक्स की राशि से निगम में कार्यरत पदाधिकारियों व कर्मचारियों का वेतन भुगतान किया जाता है, वह भी पूरा नहीं होता. वेतन भुगतान में सेल टैक्स से दो प्रतिशत की राशि मिलती है, जिसका वेतन मद में हस्तांतरण किया जाता है. चालू वित्तीय वर्ष के खत्म होने में अभी दो माह शेष है, पर अब तक 40 प्रतिशत ही होल्डिंग टैक्स की वसूली हुई है. यह स्थिति भी तब है, जब नगर आयुक्त ने होल्डिंग टैक्स वसूली का प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित किया था.70 करोड़ निर्धारित किया गया था लक्ष्य निगम क्षेत्र में 1.97 लाख मकान मालिक होल्डिंग टैक्स के दायरे में हैं, जिससे 70 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. गौरतलब है कि निगम क्षेत्र में चार लाख से अधिक विद्युत उपभोक्ता हैं और इनमें आधे उपभोक्ता ही टैक्स के दायरे में है. इन छूटे मकान मालिकों को भी टैक्स के दायरे में लाने की कार्ययोजना तैयार की गयी थी, पर लक्ष्य के अनुरूप होल्डिंग टैक्स की वसूली नहीं हुई और न ही नये मकान मालिकों को टैक्स के दायरे में लाने का प्रयास किया गया है. पीटीआर भरने से है ज्यादा परेशानी होल्डिंग टैक्स वसूली को लेकर निगम प्रशासन ने कर संग्राहकों के साथ नागरिक सुविधा केंद्र स्थापित किया है. इसके साथ ही होल्डिंग टैक्स जमा करने की ऑनलाइन व्यवस्था भी की गयी है. इन सब सुविधाओं के बावजूद टैक्स की बढ़ोतरी नहीं हो रही है. दरअसल, प्रत्येक मकान मालिक को होल्डिंग टैक्स जमा करने से पहले प्रोपर्टी टैक्स रिटर्न (पीटीआर) भरना है, जिसके आलोक में ही होल्डिंग टैक्स की राशि जेनेरेट होती है और इसे जमा करना पड़ता है. मकान मालिक को पीटीआर भरने में समस्या हो रही है और वे होल्डिंग टैक्स जमा नहीं कर रहे. वहीं, कर संग्राहकों को भी अपडेट नहीं किया गया है, जिससे घर-घर जाकर पीटीआर भरवाये और टैक्स की राशि वसूल करे. इसी समस्या के कारण लक्ष्य पूरा नहीं किया जा रहा है. पिछले वित्तीय वर्ष में भी लक्ष्य नहीं हुआ पूरा पिछले वित्तीय वर्ष में होल्डिंग टैक्स जमा करने की नयी व्यवस्था लागू की गयी थी. नयी व्यवस्था लागू होने के कारण कर संग्राहकों ने टैक्स वसूलना बंद कर दिया और सिर्फ आठ नागरिक सुविधा केंद्रों पर टैक्स की राशि जमा करने का प्रावधान किया गया है. स्थिति यह हुई कि पूरे वित्तीय वर्ष में मात्र 18 करोड़ रुपया ही वसूल किया गया. चुग्गी कर से प्राप्त राशि का भी हिसाब नहीं नगर निगम द्वारा मीठापुर बस स्टैंड और दूसरे राज्यों से आने वाली ट्रकों से चुग्गी कर वसूल किया जाता है. इन ट्रकों के ठहराव को लेकर ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण किया गया है, लेकिन मीठापुर बस स्टैंड और ट्रांसपोर्ट नगर से प्रतिदिन कितनी वसूली होती है, इसका कोई ब्योरा निगम मुख्यालय में नहीं है. निगम अधिकारी के सूत्र बताते हैं कि इन दोनों जगहाें से आमदनी से ज्यादा खर्च है, बावजूद इसके निगम प्रशासन प्रोपर मॉनेटरिंग नहीं कर रहा है.

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