बिहार में जंगलराज, तो देश में आतंकराज : तेजस्वी

पटना : दिल की बात के बहाने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने फिर भाजपा पर हमला बोला है.उन्होंने कहा है कि बिहार ने देश को सदा ही सकारात्मक राह दिखा कर राजनीति की नयी दिशा तय की है. बिहार को डिफेम करने की असफल कोशिश करने वाली मंडली के लोग विधानसभा चुनाव की ऐतिहासिक हार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2016 7:51 PM

पटना : दिल की बात के बहाने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने फिर भाजपा पर हमला बोला है.उन्होंने कहा है कि बिहार ने देश को सदा ही सकारात्मक राह दिखा कर राजनीति की नयी दिशा तय की है. बिहार को डिफेम करने की असफल कोशिश करने वाली मंडली के लोग विधानसभा चुनाव की ऐतिहासिक हार से शायद उबर भी नहीं सके और फिर से पुराने ढर्रे पर चल पड़े हैं. जंगलराज- जंगलराज के कसीदे पढ़ने के लिए देश के प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री और दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री तक बिहार में आयात किये गये. एक से बढ़कर एक ‘चाणक्य और रणनीतिकार चुनावी महासमर में जंगलराज का जुमला भुनाने के लिए उतारे गये. बेतहाशा धनबल, बाहुबल, सांप्रदायिकता से लबरेज़ छल और चकाचौंध का उपयोग किया. इसके बावजूद उनेके लिए नतीजा शुन्य ही मिला.

तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता ने इतिहास रचते हुए लगभग 75 फीसदी विधानसभा सीटों पर महागंठबंधन के समावेशी नीतियों को ही चुना. उन्होंने कहा कि एक कहावत है कि दूध का जला छांछ भी फूंक- फूंक कर पीता है, पर विपक्ष के नेता किसी और ही मिट्टी से बने हैं. नकारात्मक चुनाव प्रचार के कारण हारे ये राजनीति के तथाकथित दिग्गज हार के बावजूद कोई सबक नहीं ले रहे हैं. उन्होंने कहा है कि विपक्ष की इस रबैये से ब्रांड बिहार की मानहानि होती है और कॉर्पोरेट से लेकर अप्रवासी बिहारी तक बिहार में पूंजी निवेश से कतराने लगते हैं. उपमुख्यमंत्री यादव ने कहा है कि निजी स्वार्थों से प्रेरित होकर विभिन्न प्रभावशाली वर्ग अपने समर्थित संगठनों से अपने- अपने स्तर पर यह प्रचारित करने में लगे हें. ऐसा कि बिहार में अपराध तेज़ी से बढ़ रहा है. सनसनी पैदा करने के लिए आपसी संपत्ति विवाद, पारिवारिक रंजिश आदि के कारण होने वाली हत्याओं की असली वजह छुपाकर इस प्रकार पेश किया जाता है कि जैसे वे संगठित अपराध का हिस्सा हों और सरकार का संरक्षण प्राप्त हो. पुलिस द्वारा कार्रवाई को जानबूझ कर या तो प्रकाशित ही नहीं किया जाता है या फिर उसे कमतर आंका जाता है.

उन्होंने कहा है कि विपक्ष अपनी प्रशासनिक प्रतिभा को लेकर ज्यादा ही आश्वस्त हैं वे इसे केंद्र में आजमाएं. जहां कुशल प्रशासकों का घोर अभाव है. वैसे भी देश की राजधानी दिल्ली जहां की कानून व्यवस्था केंद्र सरकार के अधीन है वहां अपराध दर क्या है? ये किसी से छिपा नहीं है. अब मैं बगैर राजनीति किये ईमानदारी से पूछना चाहता हूँ, क्या ऐसी कुछ घटना के कारण देश में जंगलराज है. अगर बिहार में कुछेक ऐसी घटना के कारण जंगलराज है तो फिर देश में भी जंगलराज एवं आंतकराज होना चाहिये. तेजस्वी ने कहा है कि बिहार चुनाव में मिली जीत से हम आत्ममुग्ध होकर बैठे नहीं हैं. हम सभी चुनौतियों को समझते ही नहीं पहचानते भी हैं. बहुत ही कम समय में दूरदर्शी सोच के साथ उचित निर्णय लिए हैं जो मील के पत्थर साबित होंगे. उन्होंने कहा है कि आकड़ों के हिसाब से बिहार में अपराध भाजपा शासित अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत कम है. आंकड़े साफ साफ दिखाते हैं कि बिहार में अपराध में कोई उछाल नहीं आया है.

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