होल्डिंग टैक्स के लिए घर-घर पहुंचेंगे संग्राहक

पटना : निगम प्रशासन ने चालू वित्तीय वर्ष में 70 करोड़ रुपये होल्डिंग टैक्स वसूलने का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन अब भी वह लक्ष्य से काफी दूर है. इसको लेकर नगर आयुक्त जय सिंह ने छह माह पहले कर संग्राहकों व अंचल अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इसमें एक-एक कर संग्राहक का लक्ष्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2016 7:46 AM
पटना : निगम प्रशासन ने चालू वित्तीय वर्ष में 70 करोड़ रुपये होल्डिंग टैक्स वसूलने का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन अब भी वह लक्ष्य से काफी दूर है. इसको लेकर नगर आयुक्त जय सिंह ने छह माह पहले कर संग्राहकों व अंचल अधिकारियों के साथ बैठक की थी.
इसमें एक-एक कर संग्राहक का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन लक्ष्य के अनुरूप होल्डिंग टैक्स की वूसली नहीं हो सकी है.
वहीं, नगर आयुक्त जय सिंह ने दो दिन पहले नूतन राजधानी अंचल के राजस्व वसूली की समीक्षा की, जिसमें यह जानकारी मिली कि कर संग्राहक लक्ष्य के अनुरूप टैक्स वसूल नहीं कर सके हैं. इसको लेकर नगर आयुक्त ने सख्त निर्देश दिया कि कर संग्राहक अपने-अपने क्षेत्र के हर घर पहुंचे और होल्डिंग टैक्स की वसूली सुनिश्चित करें. अगर कोई मकान मालिक टैक्स की राशि नहीं देते हैं, तो मकान मालिक के हाथ में नोटिस दें. मुख्य गेट पर नोटिस चिपका दें.
सरकारी व गैर सरकारी भवनों से भी वसूलें टैक्स
समीक्षा बैठक में कर संग्राहकों ने कहा कि अंचल क्षेत्र के संत जोसेफ स्कूल, वीडी इवनिंग कॉलेज, इंडियन आॅयल सिपारा, संत जेवियर स्कूल, एफसीआइ, संस्कृत विद्यापीठ, एएन कॉलेज, डीएवी स्कूल, बीआइटी मेसरा, पोलिटेक्निक कॉलेज, वीमेंस कॉलेज, गोल्फ क्लब, बुद्ध स्मृति पार्क, संत जेवियर कॉलेज, सीआरपीएफ मुख्यालय, सीपीडब्लूडी, बीएमपी-पांच, आलू अनुसंधान केंद्र आदि संस्थान से होल्डिंग टैक्स की मांग की गयी, लेकिन होल्डिंग टैक्स की राशि नहीं मिली. इसको लेकर नगर आयुक्त ने सख्त निर्देश दिया कि सरकारी व गैर सरकारी भवनों की मापी कर टैक्स की राशि निर्धारित करें और वसूली सुनिश्चि करें. साथ ही कर संग्राहक अपने-अपने क्षेत्र के मैरेज हॉल, वैंकेट हॉल व मॉल आदि से भी शत-प्रतिशत होल्डिंग टैक्स वसूलें.
स्थायी व अस्थायी दुकानों से भी वसूले जायेंगे टैक्स
नगर आयुक्त ने सभी कर संग्राहकों को निर्देश दिया कि निगम क्षेत्र की झुग्गी-झोंपड़ी, अस्थायी व स्थायी दुकान और चलंत दुकानों से भी टैक्स की राशि निर्धारित करें और वसूल करें. साथ ही कार्यपालक पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि कर संग्राहकों को विजिट सीट उपलब्ध करायें और प्रतिदन की रिपाेर्ट राजस्व पदाधिकारी को उपलब्ध करायें और समीक्षा करें. कर संग्राहकों के कार्य से संतुष्ट नहीं हैं, तो तत्काल हटा दें.

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