एम्स-दीघा एलिवेटेड रोड की बाधाएं दूर, काम शुरू

पटना : एम्स से दीघा तक बनने वाले एलिवेटेड रोड में आड़े आ रही सभी बाधाएं दूर हो गयी हैं. महीनों से बिंद टोली, दीघा थाना के पास की बस्ती व ईंट-भट्ठा नहीं हटाये जाने के कारण यह बड़ी परियोजना बंद पड़ गयी थी, जिसका काम रविवार से शुरू हो गया. इस सड़क का उपयोग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2016 7:48 AM
पटना : एम्स से दीघा तक बनने वाले एलिवेटेड रोड में आड़े आ रही सभी बाधाएं दूर हो गयी हैं. महीनों से बिंद टोली, दीघा थाना के पास की बस्ती व ईंट-भट्ठा नहीं हटाये जाने के कारण यह बड़ी परियोजना बंद पड़ गयी थी, जिसका काम रविवार से शुरू हो गया.
इस सड़क का उपयोग पटना के बाहरी रिंग रोड के पश्चिम अंश के रूप में भी किया जाना है. इसके साथ ही दीघा-सोनपुर रेल सह सड़क पुल शुरू होने के बाद उत्तर बिहार से सीधे एम्स आने में बहुत आसानी होगी और रोड से यात्रियों व मालवाहक वाहनों को आने-जाने में भी काफी सुविधा मिलेगी. यही नहीं, जब रिंग रोड आकार ले लेगा, तो पूरे राज्य के लोग इसका लाभ उठा सकेंगे. जर्जर गांधी सेतु पर रोज हो रही फजीहत के कारण दीघा सड़क पुल और इस एलिवेटेड रोड के निर्माण पर राज्य के लोगों की विशेष नजर है. दीघा सड़क पुल के पटना साइड एप्रोच में इस एलिवेटेड रोड का ही उपयोग होना है.
बिहार की सबसे लंबी एलिवेटेड सड़क2013 से निर्माणाधीन यह बिहार की सबसे बड़ी एलिवेटेड सड़क है. इसके कॉरिडोर की कुल लंबाई 11.90 किलोमीटर है. यह सड़क एम्स के समीप शुरू होकर दीघा में गंगा पथ के पास खत्म होगी. इस क्रम में इसे बेली रोड फ्लाइओवर से ऊपर होकर भी गुजरनी है. एलिवेटेड रोड बना रही एजेंसी गैमन को बिहार राज्य पथ विकास निगम ने सितंबर 2017 तक निर्माण पूरा करने की जिम्मेदारी दी है. रोड निर्माण में आड़े आ रही बाधाओं को दूर करने के बाद इस परियोजना को इसी वर्ष खत्म कर लेने की संभावना है. फोर लेन का यह काॅरिडोर बिहार के किसी भी नहर के ऊपर पहला एलिवेटेड काॅरिडोर होगा.इससे राज्य का आर्थिक विकास भी गति पकड़ेगा.

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