सीयूएसबी के गया कैंपस में भी मनाया गया स्वामी विवेकानंद जन्मदिवस समारोह

सीयूएसबी के गया कैंपस में भी मनाया गया स्वामी विवेकानंद जन्मदिवस समारोह पैनल डिस्कशन का हुआ आयोजनस्टूडेंट्स ने लिया हिस्सालाइफ रिपोर्टर पटनास्वामी विवेकानंद के १५३वी जयंती के शुभ अवसर पर सीयूएसबी के गया परिसर स्थित राजनीति विज्ञान केंद्र द्वारा एक आधुनिक भारत के निर्माण में स्वामी विवेकानंद का योगदान विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2016 7:43 PM

सीयूएसबी के गया कैंपस में भी मनाया गया स्वामी विवेकानंद जन्मदिवस समारोह पैनल डिस्कशन का हुआ आयोजनस्टूडेंट्स ने लिया हिस्सालाइफ रिपोर्टर पटनास्वामी विवेकानंद के १५३वी जयंती के शुभ अवसर पर सीयूएसबी के गया परिसर स्थित राजनीति विज्ञान केंद्र द्वारा एक आधुनिक भारत के निर्माण में स्वामी विवेकानंद का योगदान विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता राजनीति विज्ञान केंन्द्र के अध्यक्ष आलोक कुमार गुप्ता ने किया. इस परिचर्चा में सनथ कुमार, योगेश कुमार, सुमित पाठक, सुधांशु झा, प्रणव कुमार ने अपने विचारों को रखा और उनके योगदान को रेखांकित किया. इस आयोजन में बड़ी संख्या में शिक्षक और छात्रों ने भाग लिया. गोष्ठी के आरम्भ में स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित एक वृतचित्र दिखाया गया. योगेश ने अपने वक्तव्य में बताया कि स्वामी विवेकानंद तार्किक और वैज्ञानिक दृष्टि संपन्न व्यक्तत्वि थें. वे धर्म को संगठनबद्ध या राजनीतिबद्ध करके नहीं देखते थे. उन्होंने धर्म को आर्थिक प्रश्नों को हल करने वाले कारक के रूप में भी देखने की कोशिश की. उनका धार्मिक चिंतन सांप्रदायिक नहीं बल्कि वैज्ञानिक था. सनथ कुमार ने कहा कि विवेकानंद भारतीय राष्ट्र के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध थे और इसके लिए उन्होंने भारतीय दर्शन और धर्म की आधुनिक व्याख्या करते हुए उसकी महत्ता को स्थापित किया. चर्चा में हिस्सा लेते हुए प्रणव कुमार ने कहा कि विवेकानंद समन्वयकारी थे जो अध्यात्म और विज्ञान के समन्वय पर बल देते थे. इस आयोजन में सुधांशु झा, आलोक गुप्ता, प्रिंस कुमार ने भी अपने विचारों को रखा. केंद्र ने इस अवसर पर छात्रों के लिए एक लेख प्रतियोगिता का भी आयोजन किया. जिसका विषय राष्ट्र निर्माण में स्वामी विवेकानंद के विचारों की उपयोगिता और प्रभाव था. इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित एक चित्र श्रृंखला का भी आयोजन किया गया. युवा दिवस के कार्यक्रमों को आयोजित करने में अंजू, शिवानी, वंदना, सुगंधा तथा कमलाकांत, प्रशांत, राहुल, सुन्दरलाल ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की. —————————हुई कई तरह की प्रतियोगिताएंराजकीय संस्कृत महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद जयंती समारोह मनाया गया. इसके अंतर्गत सरस्वती वंदना के बाद स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया और उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया तथा छात्रों को भी उनके जीवनी एवं कृतित्व के अनुकरण की प्रेरणा दी गयी. इस अवसर पर अनेक प्रतियोगिताएं जैसे भाषा, निबंध, वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गयी. चित्र प्रदर्शनी भी लगायी गयी. इस प्रतियोगिता का संचालन डॉ ज्योत्सना ने किया. इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ कुलानंद झा, डॉ (प्रो) उमेश शर्मा, श्यामली बैनर्जी, डॉ विजय बहादुत तिवारी, डॉ कृष्णानंद पाण्डेय, डॉ नवल किशोर सिंह मौजूद थे.

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