स्कूलों में नहीं मिलेगा अब समोसा, पज्जिा व चप्सि

स्कूलों में नहीं मिलेगा अब समोसा, पिज्जा व चिप्स – स्कूलों ने न्यूट्रिशियन को एप्वाइंट करने के लिए स्कूलों को दिया निर्देश संवाददाता, पटनासीबीएसइ ने तमाम स्कूलों को एक लेटर लिखा है. लेटर में स्कूल के कैंटीन में समोसा, पिज्जा, चिप्स, नूडल्स आदि को बेचने से मना किया गया है. इसके अलावा बच्चों के लंच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2016 6:53 PM

स्कूलों में नहीं मिलेगा अब समोसा, पिज्जा व चिप्स – स्कूलों ने न्यूट्रिशियन को एप्वाइंट करने के लिए स्कूलों को दिया निर्देश संवाददाता, पटनासीबीएसइ ने तमाम स्कूलों को एक लेटर लिखा है. लेटर में स्कूल के कैंटीन में समोसा, पिज्जा, चिप्स, नूडल्स आदि को बेचने से मना किया गया है. इसके अलावा बच्चों के लंच बाॅक्स में भी जंक फूड नहीं लाने के लिए अवेयर करने को कहा गया है. स्कूली बच्चे और अभिभावक जंक फूड से दूर रहें, इसके लिए स्कूल में न्यूट्रिशियन को रखने का भी निर्देश दिया गया है. बच्चों में बढ़ रहे मोटापा, डायबिजिट और ब्लड प्रेशर को लेकर सीबीएसइ ने यह निर्देश नये सेशन से लागू करने के लिए तमाम स्कूलों को सकूर्लर जारी किया है. – लंच आवर और मेनू चार्ट भेजे स्कूल सीबीएसइ ने तमाम स्कूलों से लंच आवर के डेटेल्स स्कूल के वेबसाइट पर डालने काे कहा है. कौन-सा स्कूल कितने देर का लंच आवर दे रहे है, इसकी जानकारी स्कूलों से सीबीएसइ ने मांगा है. ज्ञात हो कि सीबीएसइ ने दो सालो पहले लंच आवर को 40 से 45 मिनट करने का निर्देश दिया था. लेकिन अधिकांश स्कूल अभी भी 20 से 30 मिनट का ही लंच आवर रख रहे है. इसके अलावा सभी स्कूलों को मेनू चार्ट भेजने को कहा है.- बिना मेनू चार्ट के चल रहे है स्कूल पटना के कुछ स्कूलों को छोड़ दें, तो अधिकांश स्कूलों में मेनू चार्ट नहीं है. इससे स्टूडेंट्स अपने मरजी से लंच लेकर आते हैं. सीबीएसइ ने सभी स्कूलों को सोमवार से शनिवार तक का मेनू चार्ट बनाने काे कहा था. इस मेनू चार्ट को सभी स्कूलों की डायरी में डालना है. इसी मेनू चार्ट के अनुसार स्टूडेंट्स को लंच लेकर आना है. मेनू चार्ट हर क्लास के लिए अलग-अलग होगा. स्कूलों को दिया गया ये निर्देश – स्कूलो में 40 से 45 मिनट का करें याेगा क्लास – खेलकूद और शारीरिक व्यायाम का पीरियड होना चाहिए – हर स्कूल में हो फिजिकल टीचर्स – न्यूट्रिशियन और हेल्थ एक्सपर्ट को रखें स्कूल प्रशासन – डाक्टर और मेडिकल अधिकारी के आपातकालीन सेवाओं का नंबर स्कूल में हो डिसप्ले – स्कूल में प्राथमिक चिकित्सा का पर्याप्त इंतजाम होना चाहिए – प्राथमिक चिकित्सा की ट्रेनिंग स्कूल के टीचर्स को दिया जाये – स्कूल में खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाये – स्कूल के सीढ़ियों की इस्तेमाल बच्चों से अधिक करवाया जायें – लंच ब्रेक के बाद फिजिकल क्लासेज ना हों

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