बेलछी में मिनी बस पलटी, पांच की मौत, नौ जख्मी

बेलछी में मिनी बस पलटी, पांच की मौत, नौ जख्मी गुस्साये लोगों ने बस को फूंक डाला प्रतिनिधि, बाढ़ बेलछी थाने के रासबाग गांव के सामने बुधवार की सुबह यात्रियों से लदी मिनी बस चालक की लापरवाही के कारण एनएच- 30 ए पर सड़क किनारे गढ्ढे में पलट गयी. इस हादसे में पांच यात्रियों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2016 8:45 PM

बेलछी में मिनी बस पलटी, पांच की मौत, नौ जख्मी गुस्साये लोगों ने बस को फूंक डाला प्रतिनिधि, बाढ़ बेलछी थाने के रासबाग गांव के सामने बुधवार की सुबह यात्रियों से लदी मिनी बस चालक की लापरवाही के कारण एनएच- 30 ए पर सड़क किनारे गढ्ढे में पलट गयी. इस हादसे में पांच यात्रियों की मौत हो गयी, जबकि नौ यात्री गंभीर रूप से घायल हो गये. आक्रोशित लोगों ने हादसे में मृत पांच लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर सुबह दस बजे से सड़क जाम कर दी. इसके साथ ही उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त बस को आग के हवाले कर दिया़ इससे यात्रियों के भी सामान भी जल गये. लोगों ने अपना गुस्सा एंबुलेंस पर भी निकाला. उन्होंने पथराव कर एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त कर दिया. मरनेवाले सभी बस की छत पर बैठे थे जानकारी के अनुसार सकसोहरा बस स्टेंड से मिनी बस बाढ़ के लिए 9 बज कर 30 मिनट पर खुली. चंद ही मिनट बाद रासबाग गांव के पहले महादेव स्थान के पास बस पहुंची, तो विपरीत दिशा से अनियंत्रित गति से आ रहे ट्रैक्टर को साइड देने के लिए चालक ने बस को सड़क से नीचे जमीन पर उतार कर निकालने की कोशिश की, लेकिन बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में पलट गयी. इस हादसे में बस की छत पर बैठे यात्री नीचे गिर पड़े और उनके ऊपर से बस लुढ़कती हुई गड्ढे में जाकर गिरी़ हादसे में मौके पर ही पांच यात्रियों ने दम तोड़ दिया, जबकि नौ जख्मी यात्रियों अस्पताल में भरती कराया गया. पुलिस ने मृत यात्रियों के शवों का पोस्टमार्टम बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में कराया. इधर हंगामे और सड़क जाम की खबर पाकर मौके पर एसडीएम सुब्रत कुमार सेन तथा एएसपी मनोज कुमार तिवारी के नेतृत्व में अनुमंडल के कई थानों की पुलिस पहुंची गयी. बाद में एसडीएम द्वारा कार्रवाई किये जाने की घोषणा पर दोपहर दो बजे जाम समाप्त हुआ. मौके पर रेपिड एक्शन फोर्स के साथ दंडाधिकारियों की तैनाती की गयी है. इस संबंध में बेलछी थाने में बसचालक के खिलाफ लापरवाही से परिचालन करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है.बहन से मिलने की आस रह गयी अधूरी रह गयी राम विलास की नालंदा जिले के राजोपुर सैदपुर गांव निवासी राम विलास यादव मकर संक्रांति के मौके पर दही -चूड़ा लेकर पर्व का संदेश देने के लिए अपनी बहन के घर बाढ़ आ रहे थे, मगर उनकी यह इच्छा अधूरी रह गयी. उनका संदेश बीच रास्ते में बिखर कर रह गया. मृतक विलास यादव की छह बेटियों और तीन पुत्र हैं. इन भाई -बहनों के सिर से पिता का साया खत्म हो गया है. जमुई के छोटे मंडल सकसोहरा के गोविंदपुर में भवन निर्माण का काम करने के लिए आये थे. मकर संक्रांति के अवसर पर वह अपनी कमाई लेकर अपने पांच सयोगियों के साथ घर लौट रहे थे. उन्हें बाढ़ में ट्रेन पर चढ़ना था, लेकिन उनकी इच्छा हमेशा के लिए खत्म हो गयी. घटनास्थल के आसपास जले हुए कपड़े, चूड़े की बोरियां तथा दही के बरतन इस बात के गवाह थे कि यहां कितना बड़ा हादसा हुआ है. अटनावां निवासी धीरज अंदौली गांव अपने दोस्त की दादी के श्राद्ध कर्म में गया था. वहीं से वह बुधवार की सुबह घर लौट रहा था. उसने फोन पर भी अपने आने की सूचना घर में दी थी, लेकिन कोई नहीं जानता था कि उसकी आवाज अब लोग कभी नहीं सुन पायेंगे. घटनास्थल पर धीरज की बहन फूट- फूट कर रो रही थी. उसकी इस चीत्कार से वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गयी़ वह रोते-रोते कह रही थी भैया अब नै रहलो हो बाबू . चार मृतकों की हुई पहचान1. छोटे मंडल (35 वर्ष, जमुई के झाझा थाना का रानीपुरा गांव निवासी)2. धीरज कुमार (25 वर्ष, बाढ़ थाने के अटनवां निवासी) 3. राम विलास यादव (55 वर्ष, नालंदा के बिंद थाना का राजोपुर सैदपुर गांव निवासी)4. धर्मेंद्र कुमार (30 वर्ष, गाजीपुर गांव निवासी)5. अज्ञात (45 वर्षीय, सफेद कुरता-पैजामा पहने हुए)ये हैं घायल गोविंद मंडल (42 वर्ष), बालमुकुंद मंडल (40 वर्ष), अशोक मंडल (35 वर्ष) व सचिन मंडल (32 वर्ष) सभी जमुई जिले के झाझा थाना के बेनीबाग निवासी, सकुनी देवी (60 वर्ष, सकसोहरा निवासी), रासबिहारी (60 वर्ष, बरूआने निवासी) टुनटुन सिंह (55 वर्ष) और बनवारी महतो (60 वर्ष, धनुष बिगहा भदौर निवासी). इनमें सकुनी देवी और अशोक मंडल को प्राथमिक उपचार के बाद पीएमसीएच रेफर.

Next Article

Exit mobile version