रिश्तेदारों पर शक, फिर भी पुलिस अनुसंधान पर ब्रेक

पटना : विकास (18) को गायब हुए एक महीने हाे गया हैं. आरोप है कि उसका अपहरण कर लिया गया है. घर से गायब होने से पहले वह फोन पर जिसके संपंर्क में था, घरवालों ने उसका नाम पुलिस को बताया है. पटना सिटी में रहनेवाले उसके रिश्तेदार शक के दायरे में है. लेकिन, पुलिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2016 5:50 AM
पटना : विकास (18) को गायब हुए एक महीने हाे गया हैं. आरोप है कि उसका अपहरण कर लिया गया है. घर से गायब होने से पहले वह फोन पर जिसके संपंर्क में था, घरवालों ने उसका नाम पुलिस को बताया है. पटना सिटी में रहनेवाले उसके रिश्तेदार शक के दायरे में है.
लेकिन, पुलिस अनुसंधान पर विराम लगाये बैठी है. अब तक किसी से पूछताछ नहीं की गयी है. जबकि उसके साथ किसी प्रकार की अनहोनी होने की आशंका बढ़ती जा रही है. दरअसल संत केरेंस स्कूल गली, पुनाईचक का रहनेवाला विकास 14 दिसंबर की रात नौ बजे से लापता है.
वह घर पर बिना कुछ बताये निकल गया था. इससे पहले दिन में वह अपनी बुआ को लेकर रामधनी रोड, शिमली सहदारा, पटना सिटी उनके घर गया था. वहां पर चचेरे फुफा प्रदीप सिंह यादव की बेटी से बात कर रहा था. इस दौरान लड़की के भाई रूपेश ने विकास से लड़ाई की. दोनों में विवाद हुआ था. इसके बाद शाम के सात बजे तक विकास वापस पुनाईचक आ गया था. वह तनाव में था. इस दौरान वह फोन पर किसी से बात कर रहा था.
घरवालों ने मना किया, तो वह मोबाइल से सिमकार्ड निकाल कर तोड़ दिया. इसक बाद रात के नौ बजे वह घर से निकल गया. रात के ग्यारह बजे तक जब वह नहीं लौटा, तो विकास के पिता शंकर ने खोजबीन शुरू की.
रात 10 बजे रूपेश की बड़ी बहन से की थी बात : शंकर ने जब अपने रिश्तेदारों से पूछा, तो पता चला कि रामकृष्णा नगर में रहनेवाली रूपेश की बड़ी बहन से रात के 10 बजे विकास ने बात की थी.
उसने एक पान दुकानदार के मोबाइल नंबर से बात की थी. इसके अलावा उस रात गौतम नाम के लड़के से भी उसकी बात हुई थी. घरवालों का आरोप है कि उसके रिश्तेदार प्रदीप सिंह यादव और उसके परिवार के लोगों ने साजिश के तहत विकास को अगवा कर लिया है.
शास्त्रीनगर थाने में अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस पड़ताल नहीं कर रही है. जबकि रिश्तेदारों से पूछताछ किये जाने पर मामला खुल सकता है. शंकर पुलिस पदाधिकारियों के कार्यालय का भी चक्कर काट चुका है, पर कोई जानकारी हाथ नहीं लगी है.

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