सीएम ने जताया शोक, मिलेगा चार-चार लाख रुपये का मुआवजा

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ में सड़क दुर्घटना में मारे गये लोगों के प्रति गहरा शोक प्रकट किया है. मुख्यमंत्री ने सभी मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. मुआवजे की राशि आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से दी जायेगी. मुख्यमंत्री ने सभी घायलों को नि:शुल्क […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2016 5:53 AM
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ में सड़क दुर्घटना में मारे गये लोगों के प्रति गहरा शोक प्रकट किया है. मुख्यमंत्री ने सभी मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. मुआवजे की राशि आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से दी जायेगी. मुख्यमंत्री ने सभी घायलों को नि:शुल्क बेहतर इलाज कराने का निर्देश दिया है. इस दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हुई है और तीन लोग घायल हुए हैं.
बहन से मिलने की आस रह गयी अधूरी
नालंदा जिले के राजोपुर सैदपुर गांव निवासी राम विलास यादव मकर संक्रांति के मौके पर दही -चूड़ा लेकर पर्व का संदेश देने के लिए अपनी बहन के घर बाढ़ आ रहे थे, मगर उनकी यह इच्छा अधूरी रह गयी. उनका संदेश बीच रास्ते में बिखर कर रह गया. मृतक विलास यादव की छह बेटियों और तीन पुत्र हैं. इन भाई -बहनों के सिर से पिता का साया खत्म हो गया है. जमुई के छोटे मंडल सकसोहरा के गोविंदपुर में भवन निर्माण का काम करने के लिए आये थे. मकर संक्रांति के अवसर पर वह अपनी कमाई लेकर अपने पांच सयोगियों के साथ घर लौट रहे थे.
उन्हें बाढ़ में ट्रेन पर चढ़ना था, लेकिन उनकी इच्छा हमेशा के लिए खत्म हो गयी. घटनास्थल के आसपास जले हुए कपड़े, चूड़े की बोरियां तथा दही के बरतन इस बात के गवाह थे कि यहां कितना बड़ा हादसा हुआ है. अटनावां निवासी धीरज अंदौली गांव अपने दोस्त की दादी के श्राद्ध कर्म में गया था. वहीं से वह बुधवार की सुबह घर लौट रहा था.
उसने फोन पर भी अपने आने की सूचना घर में दी थी, लेकिन कोई नहीं जानता था कि उसकी आवाज अब लोग कभी नहीं सुन पायेंगे. घटनास्थल पर धीरज की बहन फूट- फूट कर रो रही थी. उसकी इस चीत्कार से वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गयी़ वह रोते-रोते कह रही थी भैया अब नै रहलो हो बाबू .

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