खुद में लीडरशिप जगाना है, तो लीजिये गांधी फेलोशिप

खुद में लीडरशिप जगाना है, तो लीजिये गांधी फेलोशिपसीयूएसबी में कार्यशाला का आयोजन, पीजी स्टूडेंट्स ने लिया हिस्सालाइफ रिपोर्टर पटनादक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में गांधी फेलोशिप के आवेदन प्रक्रिया के लिए पटना कैंपस में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. वर्ष 2016-18 के गांधी फेलोशिप के लिए आयोजित कार्यशाला में पोस्टग्रेजुएट (स्नातकोत्तर) स्टूडेंट्स ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2016 8:48 PM

खुद में लीडरशिप जगाना है, तो लीजिये गांधी फेलोशिपसीयूएसबी में कार्यशाला का आयोजन, पीजी स्टूडेंट्स ने लिया हिस्सालाइफ रिपोर्टर पटनादक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में गांधी फेलोशिप के आवेदन प्रक्रिया के लिए पटना कैंपस में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. वर्ष 2016-18 के गांधी फेलोशिप के लिए आयोजित कार्यशाला में पोस्टग्रेजुएट (स्नातकोत्तर) स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया. गांधी फेलोशिप-पिरामल फॉउन्डेशन के ईस्ट इंडिया प्रोग्राम लीडर विश्वजीत मैती ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन द्वारा कार्यशाला में इसकी विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह फेलोशिप दो वर्षीय है, जिसके अंतर्गत देशभर से जाने-माने संस्थानों से सामाजिक विषयों में रुचि रखने वाले मेधावी छात्रों का चयन किया जाता है. राष्ट्रनिर्माण में युवाओं का योगदान अहमकार्यशाला में जानकारी देते हुए श्री मैती ने बताया कि गांधी फेलोशिप इस बात में विश्वास रखता है कि राष्ट्र निर्माण में युवाओं का अहम योगदान है, इसलिए उनका संगठन फेलोशिप कर रहे छात्रों में नेतृत्व (लीडरशिप) की भावना को जगाता है, जिससे समाज और देश में क्रांतिकारी बदलाव लाया जा सकता है. इस फेलोशिप के अंतर्गत छात्रों को अपने कार्यक्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले पांच स्कूलों में जाकर करीब 1000 बच्चों एवं उनके अभिभावकों व शिक्षकों से रूबरू होना पड़ता है और उन्हें शिक्षा एवं स्वास्थ्य से जुड़े अहम तथ्यों से अवगत कराया जा सकता है. इस फेलोशिप में कार्यरत छात्र सामाजिक बदलाव लाने के लिए दूसरे पहलुओं पर भी गंभीरता से गौर करते हैं. वे लोगों से मिलकर उनको हर मुमकिन सहायता प्रदान करते हैं, जिनमें उनका अपना लघुस्तरीय कारोबार प्रारंभ करवाना आदि शामिल है. पीआरओ ने बताया कि गांधी फेलोशिप प्राप्त करने वाले छात्रों को दो वर्ष तक 14000 (चौदह) हजार रुपये मासिक अनुदान दिया जाता है, इसके अलावा 600 रुपये फोन अलाउंस और मुफ्त रहने की सुविधा दी जाती है. पीआरओ जो कि प्लेसमेंट सेल के समन्वयक भी हैं, उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी सीयूएसबी से कई छात्रों का गांधी फेलोशिप के लिए चयन हुआ था और इस बार भी उनको आशा है सफल छात्रों की संख्या बढ़ेगी. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को विवि के गया कैंपस में भी विश्वजीत मैती गाँधी फेलोशिप पर आधारित पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन देंगे.

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