डायबिटीज से हर साल तीन लाख हो रहे अंधे

डायबिटीज से हर साल तीन लाख हो रहे अंधेफोटो जेपी देंगें – आइएमए की ओर से आयोजित हुआ सेमिनार, जुटे 300 डॉक्टर व मरीज संवाददाता, पटनाडायबिटीज से इन दिनों आंख के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. जागरूकता नहीं होने के चलते कई मरीजों की आंखों की रोशनी भी चली गयी है. यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2016 10:45 PM

डायबिटीज से हर साल तीन लाख हो रहे अंधेफोटो जेपी देंगें – आइएमए की ओर से आयोजित हुआ सेमिनार, जुटे 300 डॉक्टर व मरीज संवाददाता, पटनाडायबिटीज से इन दिनों आंख के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. जागरूकता नहीं होने के चलते कई मरीजों की आंखों की रोशनी भी चली गयी है. यह कहना है डॉ राजवर्धन आजाद का. वे शनिवार को राज रेटिना आइ केयर की दूसरी वर्षगांठ पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सभागार में आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे. इस सेमिनार में 100 डॉक्टर व 200 मरीजों ने भाग लिया. डॉ आजाद ने कहा कि डायबिटीज का असर आंखों पर पड़ता है. कई बार तो मरीजों में खून का पानी आंख के परदे में जमा हो जाता है इससे आंख की रोशनी चली जाती है. हर साल तीन लाख लोगों के आंख की रोशनी डायबिटीज की वजह से जा रही है. आइएमए अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कहा कि पूरे भारत में 6 करोड़ लोग डायबिटीज के रोगी हैं. अगर यही हाल रहा तो 2030 तक 12 करोड़ लोग इस रोग के शिकार हो जायेंगे. आइएमए बिहार के अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद कुमार ने कहा कि पब्लिक हेल्थ अवरनेस के आयोजन से लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आती है. इस मौके पर आइएमए के आला अधिकारी मौजूद थे.

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