गिरफ्तार बांग्लादेशी को जेल
सरगना नूर मोहम्मद के बारे में दी जानकारी पटना : पुलिस ने शनिवार को फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट लेने की फिराक में रहे अब्दुल मन्नान को जेल भेज दिया. इसके पहले उससे काफी पूछताछ की गयी. हालांकि अभी भी उससे पूछताछ की जानी है. इसके लिए पुलिस उसे रिमांड पर लेने के लिए […]
सरगना नूर मोहम्मद के बारे में दी जानकारी
पटना : पुलिस ने शनिवार को फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट लेने की फिराक में रहे अब्दुल मन्नान को जेल भेज दिया. इसके पहले उससे काफी पूछताछ की गयी. हालांकि अभी भी उससे पूछताछ की जानी है.
इसके लिए पुलिस उसे रिमांड पर लेने के लिए पटना पुलिस सोमवार को कोर्ट से अनुरोध करेगी. इस मामले में पटना पुलिस ने खुद ही अपने बयान पर शास्त्रीनगर थाने में मामला दर्ज कराया है.
सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा ने बताया कि इस मामले में जिन-जिन लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, उनको पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस ने गिरोह के सरगना नूर मोहम्मद के संबंध में नवादा और नालंदा पुलिस को जानकारी दी है, ताकि गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा सके. वहीं सूत्रों के अनुसार पटना पुलिस की एक टीम भी उसे पकड़ने के लिए नवादा रवाना हो चुकी है. जल्द ही इस मामले में कई और खुलासे हो सकते हैं.
पासपोर्ट बनाने का खेल पुराना
पटना से फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनाने का गोरखधंधा काफी पुराना है. इस तरह के मामले पहले भी आते रहे हैं. पुणे के घोड़ा कारोबारी हसन अली खान ने भी पटना के पासपोर्ट ऑफिस से फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनवाया था. इसका खुलासा उस समय हुआ था, जब हवाला के धंधे में होने के आरोप में हसन अली को प्रवर्तन निदेशालय ने पकड़ा था.
हसन अली के पास से कई पासपोर्ट बरामद किये गये थे, जिसमें से एक पटना से निर्गत किया हुआ था. उसने फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट के लिए तीन अप्रैल, 1997 को आवेदन दिया था और मात्र सात दिनों में ही उसे पासपोर्ट मिल गया था. पासपोर्ट के आवेदन में आलमगंज का पता दिया था और अपना जन्म स्थान हैदराबाद बताया था. पहला पासपोर्ट उसने हैदराबाद से 1986 में ही बनवाया था. इसके अलावा मुंबई व पुणे से भी पासपोर्ट बनवाया था.
दिसंबर 2014 में भी पकड़े गये थे तीन बांग्लादेशी: दिसंबर 2014 में भी पासपोर्ट कार्यालय में तीन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया था. इन लोगों ने भी यही बात पुलिस को बतायी थी कि उनके यहां का पासपोर्ट अरब देशों में मान्य नहीं है. ऐसे में वे लोग पटना से पासपोर्ट बनवाने आये थे. लगातार बांग्लादेशी के पकड़ाने से इस बात की आशंका है कि यह धंधा काफी दिनों से चल रहा है.