बिहटा: सिकंदरपुर मौजा में सरकार द्वारा भूमि बैंक परियोजना के तहत करीब तीन सौ एकड़ अधिगृहीत भूमि पर दखल-कब्जा को लेकर बियाडा एवं भू-अजर्न के अधिकारी पहुंचे. अधिकारियों को देखते ही किसान आक्रोशित हो गये. कहा कि जब तक हम लोगों को पूर्ण मुआवजा का भुगतान नहीं होगा , तब तक हमलोग किसी भी कीमत पर अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे. विरोध कर रहे सिकंदरपुर के किसान बलराम सिंह का कहना था कि उनकी एक बीघा जमीन भू-अजर्न में गयी है. मुआवजे के लिए दौड़ लगा रहा हूं.
कार्यालय में दो प्रतिशत कमीशन की मांग की जाती है. गांव के जयप्रकाश वर्मा ने तीन बीघा जमीन के एवज में तीन लाख घूस मांगने का आरोप अंचल व भू अजर्न कार्यालय के कर्मचारियों पर लगाया. इसी तरह का आरोप किसान पप्पू सिंह, बालेश्वर प्रसाद, इंदू देवी आदि ने लगाया. वहीं, किसानों कि समस्या से रू-ब-रू होते हुए अपर जिला भू अजर्न पदाधिकारी कपिलेश्वर मिश्र, बियाडा के कार्यकारी निदेशक भोगेंद्र लाल आदि ने आक्रोशित किसानों को समझा-बुझा कर शांत कराया.
अपर जिला भू-अजर्न पदाधिकारी कपिलेश्वर मिश्र ने बताया कि बुधवार को मुआवजा से वंचित सभी किसानों से उनकी जमीन का दस्तावेज एवं आवेदन सीओके पास जमा किया जायेगा तथा शुक्रवार को सीओ सभी दस्तावेजों की जांच होगीहागी कर राजस्व रशीद किसानों को निर्गत करेंगे.