पुलिस के टारगेट पर दुर्गेश, ठिकानों पर दबिश, आरा में पूछताछ
पुलिस के टारगेट पर दुर्गेश, ठिकानों पर दबिश, आरा में पूछताछप्रभात पड़ताल—- मृतक रविकांत के परिजनों की डिमांड के बाद सरगना को हर हाल में पकड़ना चाहती है पुलिस – पटना से बाहर जायेगी पुलिस टीम, करमू को जल्द दबोचने का दावा – आरा में बैठ कर गुर्गाें से पटना में वसूलवाता है रंगदारी – […]
पुलिस के टारगेट पर दुर्गेश, ठिकानों पर दबिश, आरा में पूछताछप्रभात पड़ताल—- मृतक रविकांत के परिजनों की डिमांड के बाद सरगना को हर हाल में पकड़ना चाहती है पुलिस – पटना से बाहर जायेगी पुलिस टीम, करमू को जल्द दबोचने का दावा – आरा में बैठ कर गुर्गाें से पटना में वसूलवाता है रंगदारी – आरा-पटना के बीच एक छोटे स्टेशन पर गुर्गों से करता है मुलाकात संवाददाता, पटना दुर्गेश शर्मा की गिरफ्तारी के लिए पटना पुलिस ने प्रयास तेज कर दिया है. पुलिस को सुराग मिला है कि वह पटना से बाहर चला गया है, फिर भी आरा में उसके खास ठिकानों पर पुलिस लगातार दबिश दे रही है. पुलिस उसके गुर्गों के माध्यम से उसे दबोचने में जुटी हुई है. यह भी जानकारी मिली है कि दुर्गेश खुद मोबाइल नहीं रखता है. उसके साथ रहनेवाले अपराधी जरूरत पड़ने पर पटना में उसके गुर्गों से बात करा देते हैं. वह बात तब करता है, जब रंगदारी देनेवाले लोग पैसा देने में देर करते हैं. सिम कार्ड भी बार-बार बदला जाता है. अब पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए जाल बिछा रही है. दरअसल पटना में व्यवसायियों से रंगदारी मांगने के बढ़ते मामले को देखते हुए पुलिस दुर्गेश शर्मा की गिरफ्तारी को टारगेट किया है. स्वर्ण व्यवसायी रविकांत के परिवार वाले भी दुर्गेश शर्मा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. ऐसे में उसकी तलाश अब पुलिस की इकबाल के लिए जरूरी माना जा रहा है. इसको देखते हुए पटना एसएसपी ने एक विशेष टीम का गठन किया है, जो दुर्गेश शर्मा के ठिकानों पर दबिश दे रहे हैं. पुलिस को पता चला है कि वह आरा में कई जगहों पर अपना ठिकाना बनाया है, यहां से बैठ कर वह अपने गैंग को प्रोटेक्ट करता है और रंगदारी वसूलवाता है. मोबाइल नहीं रखता है पास में दुर्गेश अपने पास कोई मोबाइल नहीं रखता है. खास बात यह है कि वह इलेक्ट्रिक मैकेनिक रह चुका है, इसलिए मोबाइल के खतरों काे बखूबी जानता है. उसके साथ रहनेवाले अपराधी हमेशा नये सिम कार्ड से पटना में उसके गुर्गों से भी बात कराते हैं और डायरेक्ट रंगदारी भी मांगी जाती है. इसके बाद नंबर को बदल दिया जाता है और गुर्गों के माध्यम से रंगदारी के लिए व्यवसायियों के पास संदेश भेजवाये जाते हैं. उसकी गतिविधियों से ही समझा जा सकता है कि दुर्गेश काफी शातिर है. फरवरी 2015 से नहीं आया है पटनापुलिस की अब तक की पड़ताल में पता चला है कि वह आरा में कई ठिकाने बनाये हुए हैं. वह अपने गुर्गों से मिलने के लिए आरा-पटना के बीच नेऊरा रेलवे स्टेशन पर आता है. यहीं पता चला है कि वह पिछली बार फरवरी 2015 में पटना आया था. इसके बाद से वह पटना नहीं अाया है. सूत्रों की मानें तो रविकांत हत्याकांड के बाद दुर्गेश बिहार से भी बाहर निकल गया है, लेकिन पुलिस उसकी तलाश में कोई कोताही नहीं बरत रही है. पुलिस आरा में उसके ठिकानों को खंगाल रही है. उसके किसी खास आदमी की तलाश की जा रही है, जिसके माध्यम से उसे दबोचा जा सके. यहां बता दें कि पुलिस ने अब तक चार लोगाें को गिरफ्तार किया है. इसमें सुमन कुमार और अखिलेश दुर्गेश के खास करीबी बताये जा रहे हैं. लेकिन, हत्या को गणेश, करमू समेत तीन लोगों ने अंजाम दिया है. मुनचुन पहले ही सरेंडर कर चुका है. अब इस हत्या कांड से पूरी तरह से परदा उठाने क लिए पुलिस को करमू और दुर्गेश की तलाश है. स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड में आरोपित पगला गिरफ्तारपटना पुलिस ने स्वर्ण दुकानदार रविकांत हत्या मामले में एक और गिरफ्तारी की ही है. इस बार विक्रम उर्फ विक्की उर्फ पगला को पकड़ा गया है. मैनपुरा का रहनेवाला विक्रम मुनचुन और गणेश का सहयोगी बताया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि वह हत्या की सजिश में शामिल था. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. रामकृपाल व सीपी ठाकुर मिले परिजन सेपटना. केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्यमंत्री रामकृपाल यादव सोमवार को स्वर्ण व्यवसायी रविकांत के परिजनों से उनके घर पर जाकर मिले. उन्होंने व्यवसायी के आश्रित को 10 लाख मुआवजा देने की मांग राज्य सरकार से की है. मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार अपराधियों के आगोश में चला गया है. राजधानी में गरीब व्यवसायी की हत्या रंगदारी को लेकर हो जाये और मुख्यमंत्री कहे कि राज्य में विधि व्यवस्था की कोई समस्या नही है. यह गंभीर चिंता का विषय है. छोटे भाई कहते हैं कि धमकी मिलने पर पुलिस को सूचना दें और बड़े भाई कहते हैं कि मुझे सूचना दें. वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता व सांसद डाॅ सीपी ठाकुर भी रविकांत प्रसाद के परिजनों से मिले. उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि बिहार में जंगलराज की वापसी हो गयी.