लापरवाही से गयी जच्चा-बच्चा की जान

पीएमसीएच. मृतक के परिजनों ने डॉक्टर और नर्स पर लगाया आरोप, जम कर किया हंगामा पटना : पीएमसीएच में डॉक्टर व नर्स की लापरवाही ने सोमवार को फिर दो जान ले ली. भोजपुर की रहनेवाली ज्योति कुमारी की प्रसव हाेने के कुछ घंटे बाद ही मौत हो गयी. उसके कुछ घंटे के बाद बच्ची की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2016 6:01 AM
पीएमसीएच. मृतक के परिजनों ने डॉक्टर और नर्स पर लगाया आरोप, जम कर किया हंगामा
पटना : पीएमसीएच में डॉक्टर व नर्स की लापरवाही ने सोमवार को फिर दो जान ले ली. भोजपुर की रहनेवाली ज्योति कुमारी की प्रसव हाेने के कुछ घंटे बाद ही मौत हो गयी. उसके कुछ घंटे के बाद बच्ची की भी मौत हो गयी. परिजनों ने घटना में लापरवाही बरतने का आरोप डॉक्टर व नर्स पर लगाया.
उधर घटना को लेकर मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जम कर हंगामा किया और सुरक्षा कर्मियों के साथ भी मारपीट की गयी. ज्योति के पति बैजनाथ ने आरोप लगाया कि ज्योति का इलाज पीएमसीएच के प्रसूति वार्ड में चल रहा था. लेकिन, प्रसूति वार्ड के डॉक्टर उसे देखने तक नहीं अाये, जबकि मरीज आइसीयू में भरती थी.
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन, ब्लड और इंजेक्शन के लिए डॉक्टरों और नर्सों के चक्कर लगाने पड़ रहे थे. रविवार की देर रात ज्योति को बेटी हुई. लेकिन, ज्योति का दर्द कम नहीं हो रहा था. इसकी जानकारी उन्होंने डॉक्टर व नर्स को दी, पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. नतीजा सोमवार की सुबह नौ बजे मां और उसके कुछ घंटे के बाद नवजात की भी मौत हो गयी.
क्या कहते हैं परिजन
परिजनों ने बताया कि चार दिन पहले ज्योति को प्रसूति वार्ड में भरती कराया गया था. पांच फरवरी का समय दिया था, पर 17 जनवरी को ही प्रसव करा दिया गया. प्रसव के बाद ज्योति को दर्द शुरू हो गया. इसकी सूचना डॉक्टर व नर्स को दी गयी, पर गंभीरता से नहीं लिया, जिससे ज्योति मौत हो गयी.
क्या कहते हैं अधिकारी
टीआेपी प्रभारी धनंजय कुमार ने बताया कि प्रसूति वार्ड में हंगामे की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गयी. उन्होंने खुद हंगामा शांत कराया. प्रसूता की मौत होने पर परिजन हंगामा कर रहे थे. समझाने-बुझाने के बाद मामला शांत हुआ और परिजन शव को भोजपुर स्थित अपने घर ले गये.
डॉक्टर-नर्स का कोई दोष नहीं : अधीक्षक
पीएमसीएच अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद ने कहा कि परिजनों की लापरवाही के कारण प्रसूता की मौत हुई है. कुछ दिन पहले परिजनों ने पीएमसीएच में भरती कराया था. बाद में प्राइवेट अस्पताल मेंं भरती करा दिया. वहां उसकी हालत बिगड़ी तो फिर से पीएमसीएच में भरती कराया, यही वजह है कि प्रसूता की मौत हो गयी है.

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