JDU MLA की मुश्किलें बढ़ी, जांच के लिये दिल्ली जायेगी पुलिस

पटना : पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री तस्लीमुद्दीन के बेटे और जदयू विधायक सरफराज आलम द्वारा ट्रेन में महिला और उनके पति के साथ छेड़खानी मामले में नयी बात सामने आई है. सरफराज आलम ने इस पूरे मामलो को ही फर्जी बताते हुए नीतीश कुमार को बदनाम करने की विपक्षियों की साजिश करार दी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2016 2:37 PM

पटना : पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री तस्लीमुद्दीन के बेटे और जदयू विधायक सरफराज आलम द्वारा ट्रेन में महिला और उनके पति के साथ छेड़खानी मामले में नयी बात सामने आई है. सरफराज आलम ने इस पूरे मामलो को ही फर्जी बताते हुए नीतीश कुमार को बदनाम करने की विपक्षियों की साजिश करार दी है. सरफराज आलम का कहना है कि जब वह ट्रेन में थे ही नहीं तो फिर उन्होंने छेड़खानी कैसे कर दी. सरफराज ने कहा है कि जांच होने के बाद पूरे मामले का खुलासा हो जायेगा. सरफराज का कहना है कि मैं कैसा हूं और मेरा व्यवहार कैसा है सबलोग जानते हैं. मैं शराब नहीं पिता. इसलिये विरोधी सिर्फ साजिश कर रहे हैं.

मामला सामने आने के बाद उधर रेलवे प्रशासन भी पूरे मामले की जांच में जुटा हुआ है. रेल एसपी के मुताबिक जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है वहीं पीड़ित दंपति से पूछताछ करने के लिए एक टीम को दिल्ली भेजा जा रहा है. जबकि कटिहार स्टेशन के सीसीटीवी फूटेज को भी खंगाला जा रहा है.गौरतलब हो कि अपनी पत्नी के साथ गुवाहाटी राजधानी एक्सप्रेस में सफर कर रहे इंद्रपाल सिंह और उनकी पत्नी ने विधायक के खिलाफ आरपीएफ में छेड़खानी और दुर्व्यवहार का मामला दर्ज कराया था. मामले के मुताबिक विधायक मोबाइल पर किसी को जोर-जोर से अश्लील शब्दों में बात कर रहे थे और विरोध करने पर उलझ पड़े.

बाद में उन्हें स्कार्ट पार्टी समझाबुझाकर अपने साथ दूसरे कोच में ले गयी.वहीं दूसरी ओर ट्रेन के पटना पहुंचने पर उन्होंने अपने समर्थकों के साथ महिला से गाली-गलौज की और दंपति को मारने की कोशिश की. विधायक पर बेटिकट यात्रा करने और नशे में दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा है. पुलिस पूरे मामले पर नजर बनाये हुए है.घटना नयी दिल्ली जा रही 12423 गुवाहाटी राजधानी एक्सप्रेस की है जिसमें ए-4 कोच में यात्रा कर रहे इंद्रपाल सिंह बेदी और उनकी पत्नी ने विधायक पर छेड़खानी और दुर्व्यवहार का मामला दर्ज कराया था. आरपीएफ ने पूरा मामला जीआरपी को सौंप दिया है.

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