इगो छोड़ कर काम करें
समीक्षा बैठक में उपमुख्यमंत्री ने मेयर व आयुक्त को मिल कर काम करने को कहा पटना : उपमुख्यमंत्री व पटना जिला के प्रभारी मंत्री तेजस्वी यादव ने मेयर व नगर आयुक्त को इगो छोड़ कर काम पर ध्यान देने की सलाह दी है. उन्होंने दोनों को मिल-जुल कर काम करने का निर्देश दिया. उपमुख्यमंत्री ने […]
समीक्षा बैठक में उपमुख्यमंत्री ने मेयर व आयुक्त को मिल कर काम करने को कहा
पटना : उपमुख्यमंत्री व पटना जिला के प्रभारी मंत्री तेजस्वी यादव ने मेयर व नगर आयुक्त को इगो छोड़ कर काम पर ध्यान देने की सलाह दी है. उन्होंने दोनों को मिल-जुल कर काम करने का निर्देश दिया. उपमुख्यमंत्री ने शहर की सफाई व्यवस्था से लेकर कार्यों की समीक्षा की.
उन्होंने शहरी क्षेत्र को स्वच्छ रखने के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी भी ली. तेजस्वी ने शहर को स्वच्छ रखने के लिए टाइम फ्रेम में डीपीआर तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया, ताकि अगली मीटिंग में विस्तृत चर्चा हो सके. उन्होंने निगम में हो रहे टैक्स कलेक्शन व सफाई व्यवस्था पर हो रहे खर्च का ब्योरा देने को भी कहा है. राजधानी को स्वच्छ रखने में किन चीजों की आवश्यकता है व कितनी राशि खर्च होगी, इसका डेटा देने के लिए भी कहा गया, ताकि इसे मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जा सके. समीक्षा बैठक करीब 45 मिनटों तक चली.
हर व्यक्ति निभाये अपनी जिम्मेवारी
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता से शहर की पहचान होती है. उन्होंने मेयर व आयुक्त के विवाद को लेकर किसी पर कोई कमेंट नहीं किया. उन्होंने कहा, जिसे जो जिम्मेवारी मिली है, उसे पूरा करना चाहिए. विवाद से काम में बाधा आती है.
इसलिए मिलजुल कर काम करने के लिए कहा गया है. केंद्र व राज्य के मामले में भी विवाद नहीं होना चाहिए. उपमुख्यमंत्री ने राजधानी में सुचारु यातायात व्यवस्था के लिए विशेषज्ञों से बात कर उसे अमलीजामा पहनाये जाने की बात भी कही.
निगम की खाली जमीन का हो उपयोग
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि निगम की खाली जमीन का उपयोग होना चाहिए. इसका ब्योरा मांगा गया है. साथ ही टैक्स कलेक्शन व खर्च की जानकारी मांगी गयी है. बैठक में नगर विकास मंत्री के नहीं रहने पर उन्होंने कहा कि विभाग के प्रधान सचिव सहित अन्य अधिकारी थे. पटना के प्रभारी मंत्री होने के नाते शहर की सफाई व उसकी सुंदरता का ख्याल करना मेरा दायित्व बनता है.
अभियंताओं व कर्मचारियों की कमी : नगर आयुक्त
बैठक में नगर आयुक्त जय सिंह ने उपमुख्यमंत्री के सामने निगम की समस्याएं रखीं. उन्होंने कहा कि निगम में अभियंताओं और कर्मचारियों की भारी कमी के कारण विकास योजनाएं समय पर पूरी नहीं हो रही हैं.
नगर आयुक्त ने बताया कि निगम क्षेत्र में कई नालाें का निर्माण पथ निर्माण विभाग के माध्यम से कराया जाना है, जो अब तक शुरू नहीं किया गया. वेंडिंग जोन का कार्य भी लटका हुआ है. इसके बाद उपमुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सभी समस्याओं को जल्द दूर किया जायेगा.
समस्याओं से डिप्टी सीएम को कराया अवगत: मेयर
मेयर अफजल इमाम ने कहा कि उपमुख्यमंत्री जिला के प्रभारी मंत्री भी हैं. समीक्षा बैठक के माध्यम से नगर आयुक्त और प्रधान सचिव ने उन्हें सभी समस्याओं से अवगत कराया. उन्हें सिर्फ निगम की समस्याएं बतायी गयीं. अन्य समस्याओं के लिए विभागीय मंत्री और मुख्यमंत्री हैं. मेयर ने कहा कि निगम क्षेत्र के बड़े नालों और शनिचरा पुल का निर्माण पथ निर्माण विभाग के माध्यम से कराया जाना है.
पटना. आगामी 23 जनवरी को होने वाली स्थायी समिति की बैठक की वीडियोग्राफी होगी. हालांकि इसके स्थान में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. नगर आयुक्त जय सिंह ने इस बाबत मेयर अफजल इमाम को मंगलवार को पत्र भेजा था. इसके जवाब में मेयर अफजल इमाम ने कहा है कि स्थायी समिति की बैठक की वीडियोग्राफी करायी जा सकती है. इससे स्पष्ट हो जायेगा कि कौन कितनी मर्यादा में रहता है. हालांकि, बैठक के स्थान में कोई बदलाव नहीं होगा.
पत्र में कहा गया है कि निगम अधिवक्ताओं के पैनल पर पूर्व में ही स्थायी समिति निर्णय ले चुका है, जिसका अनुपालन नहीं किया जा रहा है. 18 जनवरी को हुई स्थायी समिति की बैठक में इस निर्णय को पालन करने का निर्देश दिया गया. जबकि, अधवक्ताओं की सूची स्थायी समिति की निर्णय के विपरीत है. इसके साथ ही 25 वर्षों से कर संग्राहक के पद पर कार्यरत छह लोगों को पिक एंड चूज कर मूल पद सफाई मजदूर बना दिया. जबकि, नगरपालिका एक्ट की धारा-10 में कार्यपालक शक्ति स्थायी समिति में निहित है.
निजी कंपनी को पहुंचाया जा रहा लाभ
मेयर ने अपने पत्र में कहा है कि होल्डिंग टैक्स बढ़ाने को लेकर प्रत्येक वार्ड में कर संग्रहण केंद्र खोलने का निर्णय लिया जा चुका है. ऐसे में कार्रवाई करने के बजाय प्राइवेट कंपनियों के नागरिक सुविधा केंद्रों की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव क्यों लाया जा रहा है. इन केंद्रों की कार्यप्रणाली पर अंकेक्षण दल भी आपत्ति जाहिर कर चुका है और अपर नगर आयुक्त (राजस्व) ने भी गड़बड़ी उजागर की है.