प्रशांत किशोर CM नीतीश के परामर्शी नियुक्त, मिला ”कैबिनेट मंत्री” का दर्जा
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू के मुख्य रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के परामर्शी नियुक्त किये गये हैं. उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है. इस संबंध में गुरुवार को मंत्रिमंडल समन्वय विभाग ने अधिसूचना जारी की. मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री के सात निश्चयों कोपांच साल में […]
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू के मुख्य रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के परामर्शी नियुक्त किये गये हैं. उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है. इस संबंध में गुरुवार को मंत्रिमंडल समन्वय विभाग ने अधिसूचना जारी की. मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री के सात निश्चयों कोपांच साल में पूरा करने के लिए परामर्शी, नीति एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन के पद पर नियुक्ति की स्वीकृति दी गयी थी. परामर्शी के पद पर नियुक्त प्रशांत किशोर का कार्यकाल अगले आदेश तक के लिए तय किया गया है.
कौन हैं प्रशांत किशोर
37 वर्षीय प्रशांत किशोर ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार के लिए रणनीति तैयार करने मेंमुख्यभूमिका निभाया था. इससे पहले लोकसभा चुनावों में उन्होंने नरेंद्र मोदी के भी चुनावी कैंपेन को संभाला था. प्रशांत किशोर यूनाइटेड नेशन्स में हेल्थ वर्कर रहे हैं. 2011 में वे भारत लौटे और राजनीतिक पार्टियों केचुनावी कैंपेन औररणनीति बनाने का काम करने लगे. भाजपा और नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर प्रशांत किशोर ने गुजरात में कैंपेन शुरू किया. 2012 में उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कैंपेन की कमान अपने हाथों में ली.
प्रशांत डेवलपमेंट मॉडल के साथ-साथ डाटा विश्लेषण, ब्रांडिंग और संचार पर समान रूप से पकड़ रखते हैं. बिहार में अपना काम संभालते ही प्रशांत ने जनता के बीच नीतीश सरकार, सुशासन, विकासव बिहार की ब्रांडिंग कर नीतीश को बिहार में भरोसा करने लायक चेहरे के तौर पर प्रचारित किया. पूरे चुनाव अभियान वे 7 सर्कुलर रोड में ही रहे.
पंजाब की कमान
जानकारी के मुताबिक प्रशांत किशोर बहुत जल्द पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रचार अभियान की कमान भी संभालसकतेहैं. प्रशांत किशोर ने एक समाचार चैनल से बातचीत में इस बात की पुष्टि भी की थी. पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह ने किशोर से बातचीत करके उन्हें चुनावी रणनीति बनाने की कमान सौंप दी थी. सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के भतीजे मनप्रीत बादल ने भी अहम भूमिक निभाई थी. मनप्रीत बादल ने अभी हाल ही में अपनी पंजाब पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) का कांग्रेस में विलय किया था.