पटना : हाल के दिनों में सरकार ने दैनिक जीवन की कई सामग्रियों पर सूबे में टैक्स लगा दिया है. कई सामग्रियों पर टैक्स का भार बढ़ा दिया गया है. जिसमें कपड़ा से लेकर नमकीन,समोसा और शराब के साथ तंबाकू उत्पाद भी शामिल हैं. कपड़े पर लगे टैक्स के विरोध में कपड़ा व्यवसायियों ने विरोध में 24 घंटे तक कपड़ा की दुकानों को बंद भी रखा था. इस मसले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना पक्ष रखते हुये कहा है कि कोई विरोध करे या आंदोलन टैक्स वापस होने वाला नहीं है.
राजधानी पटना में फायर ब्रिगेड के क्रायक्रम में भाग लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने जमकर अपनी भड़ास निकाली और कहा कि सरकार को पैसे की जरूरत है और पैसा कोई आसमान से नहीं टपकेगा बल्कि व्यवसायियों के पास से ही आयेगा. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बोलते हुये संबंधित पदाधिकारियों को भी जमकर क्लास लगायी. मुख्यमंत्री फायर ब्रिगेड की कार्यशाला में भाग लेने पहुंचे थे लेकिन उन्होंने राज्य की आर्थिक स्थिति पर बोलना शुरू कर दिया. सीएम ने यहां तक कह दिया कि अगर सरकार से बहुत ज्यादा नाराजगी है तो चुनाव में हिसाब कर लीजियेगा. उन्होंने कहा कि बिहार में अधिकारियों का एक बड़ा तबका है जो काम करना ही नहीं चाहता. उनके बार-बार कहने के बाद भी काम नहीं होता सरकारी अधिकारी जनता की सेवा करने के बजाय नौकरी करने में व्यस्त हैं.