बिहार में कानून-व्यवस्था का बिगड़ना ठीक नहीं : तारिक
पटना : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और कटिहार से सांसद तारिक अनवर ने आज कहा कि बिहार की जनता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और महागठबंधन जदयू-राजद-कांग्रेस को सुशासन के नाम पर जनादेश दिया है ऐसे में कानून व्यवस्था में गिरावट होने पर न केवल पूंजी निवेश को इच्छुक यहां आने से कतरायेंगे बल्कि […]
पटना : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और कटिहार से सांसद तारिक अनवर ने आज कहा कि बिहार की जनता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और महागठबंधन जदयू-राजद-कांग्रेस को सुशासन के नाम पर जनादेश दिया है ऐसे में कानून व्यवस्था में गिरावट होने पर न केवल पूंजी निवेश को इच्छुक यहां आने से कतरायेंगे बल्कि इस राज्य का विकास कार्य भी बाधित होगा.
तारिक ने भाजपा सहित राजग के अन्य घटक दलों के प्रदेश में ‘जंगलराज 2′ के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हाल में घटित कुछ आपराधिक घटनाओं को लेकर लोगों में जो बेचैनी है वह चिंता का विषय है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था की कमियों को दूर स्थिति बेहतर करने के लिए सख्त कदम उठायेंगे. हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की हार पर विचार करने के लिए राकांपा की राज्य स्तरीय बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी सरकार के गठित होने पर उसे कम से कम सौ दिन का मौका दिया जाना चाहिए.
तारिक ने कहा कि यह बात सही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानून व्यवस्था को लेकर जो दावे और प्रदेश की जनता से वादे किए थे ऐसे में उनसे उम्मीद है कि वे इसकी कमियों को दूर करने के लिए सख्त कदम उठायेंगे. अगर कानून व्यवस्था सही नहीं होगा तो यहां पूंजी निवेश नहीं होगा और हमारे राज्य का विकास नहीं हो पायेगा. सरकारी कार्यों में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के हस्तक्षेप के विपक्ष के आरोप के बारे में उन्होंने कहा कि जब गठबंधन की सरकार होती है तो उसमें गठबंधन के सभी घटक दलों की सामूहिक जिम्मेवारी होती है. अगर लालू जी किसी मुद्दे को उठाते हैं तो यह उनका अधिकार है. राजद गठबंधन का सबसे बड़ा घटक दल है ऐसे में लालू जी मूकदर्शक बनकर कैसे बैठे रह सकते हैं.
अपनी पार्टी की बिहार विधानसभा में चुनाव में हार के बारे में तारिक ने कहा कि केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार के अपने डेढ वर्ष के कार्यकाल के दौरान कुछ नहीं करने एवं उसके द्वारा सांप्रदायिक मुद्दों को हवा दिए जाने तथा आरक्षण को लेकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान से बिहार की जनता का दो हिस्सों में ध्रुवीकरण हो गया जिसका लाभ इस चुनाव में महागठबंधन :जदयू-राजद-कांग्रेस: