गांधी मैदान में कोविंद ने फहराया तिरंगा कहा- बिहार में कानून का राज स्थापित
पटना : आज पूरा देश 67वां गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है. बिहार की राजधानी में राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने ऐतिहासक गांधी मैदान में तिरंगा फहराया. गणतंत्र दिवस का मुख्य कार्यक्रम 9 बजे शुरू हुआ जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत तमाम गणमान्य लोगों ने शिरकत की. राज्यपाल का […]
पटना : आज पूरा देश 67वां गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है. बिहार की राजधानी में राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने ऐतिहासक गांधी मैदान में तिरंगा फहराया. गणतंत्र दिवस का मुख्य कार्यक्रम 9 बजे शुरू हुआ जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत तमाम गणमान्य लोगों ने शिरकत की. राज्यपाल का अभिभाषण करीब 10 मिनट तक चला. कार्यक्रम में शिरकत करने के पहले राज्यपाल कारगिल चौक जाकर शहीदों को श्रद्धाजंलि दी.
बिहार में हाल के दिनों में दरभंगा जिले में सडक निर्माण कार्य में लगे दो अभियंताओं की हत्या सहित अन्य आपराधिक घटनाओं को लेकर विपक्षी दलों के प्रदेश में ‘जंगलराज 2′ के आरोप के बीच राज्यपाल राम नाथ कोविंद ने राज्य में कानून का राज स्थापित होने का दावा करते हुए आज कहा कि अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए ठोस व्यवस्था लागू है. 67 वें गणतंत्र के अवसर पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आज राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद अपने संबोधन में राज्यपाल राम नाथ कोविंद ने राज्य में कानून का राज स्थापित होने का दावा करते हुए कहा कि राज्य की प्रगति के लिए शांति व्यवस्था एवं सद्भाव का माहौल अत्यंत आवश्यक है. आज राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव और सामाजिक सौहार्द का वातारण बना है. सभी वर्गों एवं संप्रदायों के बीच आज स्नेह, विश्वास एवं सामंजस्य का वातावरण है.
उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का राज स्थापित है. बिना कोई द्वेष या भेदभाव के कानूनी प्रावधानों एवं वैधिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए अपराध पर नियंत्रण तथा अपराधियों को निष्प्रभावी करने के लिए ठोस व्यवस्था लागू है. संगठित अपराध पर कडाई से अंकुश लगाया गया है और यही व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी. कोविंद ने कहा कि भ्रष्टाचार देश एवं राज्य की प्रगति की सबसे बडी बाधा है. इसे समूल नष्ट करने के लिए बिहार में भ्रष्टाचार के विरुद्ध हमारी सरकार ने ‘जीरो टॅालरेंस’ की नीति अपनाई है. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को नियत समय सीमा के भीतर लोक शिकायत निवारण का अधिकार प्रदान करने के उद्देश्य से बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम 2015 को पारित किया गया है. अब नागरिकों को उनकी शिकायतों का निवारण का अवसर एक नियत समय सीमा के अंदर मिल सकेगा तथा साथ ही कार्रवाई की सूचना भी उन्हें प्राप्त होगी.
बिहार के राज्यपाल राम नाथ कोविंद ने कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम 2015 के तहत जो पदाधिकारी बिना किसी पर्याप्त कारण के नियत समय सीमा के भीतर शिकायतों का निवारण करने में विफल रहेंगे उनपर जुर्माना लगाया जाएगा तथा अनुशासनिक कार्रवाई भी की जा सकेगी. इसकी नियमावली को भी मंत्रिपरिषद द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है. शीघ्र ही सभी तैयारी पूर्ण कर इसे लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि निगरानी विभाग, विशेष निगरानी इकाई एवं आर्थिक अपराध इकाई द्वारा भ्रष्ट लोक सेवकों के विरुद्ध प्रभावकारी मुहिम जारी है. विभिन्न कानूनी प्रावधानों के तहत अवैध कारोबार से संपत्ति अर्जित करने वालों की अवैध संपत्तियों को भी जब्त किया जा रहा है.
कोविंद ने कहा कि राज्य सरकार ने सुशासन एवं न्याय के साथ विकास के लिए सार्थक प्रयास किए हैं जिसके परिणामस्वरुप राज्य के सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. सरकार का मूल संकल्प राज्य का सर्वांगीण विकास है और विकास की इस यात्रा के क्रम में जो संकल्प राज्य सरकार ने पहले लिए थे उन्हें पूरा किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रशासनिक तथा वित्तीय संरचना को स्थापित करते हुए विकास एवं प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है. कोविंद ने कहा कि नीति आयोग के प्रकाशित आंकडों में वर्ष 2014-15 के लिए बिहार को 17.06 प्रतिशत के विकास दर के साथ इसे देश का सबसे तेजी से प्रगति करने वाला राज्य बताया गया है. वर्ष 2015-16 का बजट आकार एक लाख 20 हजार करोड रुपये से अधिक है. राज्य के कर संग्रहण में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.
देशभर में अलर्ट के बाद यहां भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. आज पटना जंक्शन पर विशेष नजर रखी जा रही है. यहां से गुजरने वाली ट्रेन सुरक्षाकर्मियों की निगरानी में हैं. महिला कॉलेजों समेत तमाम सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं.गांधी मैदान में सैन्य और अर्द्धसैनिक बलों की शानदार परेड के साथ राज्य सरकार के 13 विभाग की ओर से झांकियां निकाली गयी. इस दौरान गांधी मैदान में बड़ी संख्या में लोगों मौजूद थे.