किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट से जुड़ा है सृष्टि का हत्यारा रजनीश

पटना : सृष्टि की हत्या में नामजद किये गये रजनीश का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. यह हाजीपुर में एक बच्चे के अपहरण का नामजद आरोपित भी रहा है. इस मामले में वह फिलहाल जमानत पर था.वह बच्चा अभी तक बरामद भी नहीं हो पाया है. पुलिस को कुछ ऐसी जानकारी हाथ लगी है, जिससे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 28, 2016 2:02 AM

पटना : सृष्टि की हत्या में नामजद किये गये रजनीश का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. यह हाजीपुर में एक बच्चे के अपहरण का नामजद आरोपित भी रहा है. इस मामले में वह फिलहाल जमानत पर था.वह बच्चा अभी तक बरामद भी नहीं हो पाया है. पुलिस को कुछ ऐसी जानकारी हाथ लगी है, जिससे यह पता चला है कि रजनीश किडनी ट्रांसप्लांट के रैकेट से भी जुड़ा है. इसके पास से मिले मुहर संभवत: इसने किडनी ट्रांसप्लांट करने की योजना की राशि का गोलमाल करने के उद्देश्य से ही बनवाये थे. क्योंकि, कागजात में स्थानीय बीडीओ आदि भी सत्यापन करने का कॉलम रहता है. वह खुद की भी दोनों किडनी ट्रासप्लांट करा चुका है. अत्यधिक शराब पीने से उसकी दोनों किडनी दो साल पहले खराब हो गयी थी. उसने दिल्ली में अपनी किडनी ट्रांसप्लांट करायी थी.

सूत्रों के अनुसार इसके बाद वह दिल्ली में ही रह रहा था और उसने किडनी ट्रांसप्लांट कराने आये मरीजों के परिजनों से दलाली करने लगा था. उसे अपनी किडनी ट्रांसप्लांट कराने के दौरान जानकारी मिल गयी थी कि इसके लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि किस प्रकार निकाली जाती है और किस अस्पताल में इलाज कराया जाता है. इसके बाद वह संबंधित स्वास्थ्य विभाग से सांठ-गांठ कर किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मिलनेवाले पैसों की दलाली करने लगा.
सूत्रों का कहना है कि किडनी ट्रांसप्लांट के लिए उसने एक गिरोह भी बना रखा था. इससे उसने एक करोड़ रुपये कमाये थे. वह जब भी दिल्ली से गांव आता था, तो अपने दोस्तों पर काफी पैसा खर्च करता था. हाजीपुर के राघोपुर के वीरपुर इलाके में उसका गांव है. रजनीश का बड़ा भाई अनिल सिंह व्यवसायी है और वीरपुर में ही रहते हैं.
टेंपो के पीछे-पीछे गया था रजनीश
दोनों के बीच बहस होने के बाद सृष्टि खुद ही अपना सामान कमरे से नीचे लाने लगी थी और होटल के एक कर्मचारी से टेंपो मंगवाया था. टेंपो आने के बाद वह उसमें सवार हो गयी और फिर रजनीश भी अपनी बुलेट बाइक से उस टेंपो के पीछे-पीछे गया और फिर ओवरटेक कर गोली मार दी.
चश्मदीद चालक ने कहा- चलती ऑटो में मारी गोली और भाग गया करबिगहिया की ओर
सृष्टि की हत्या के बाद टेंपो चालक राजकपूर सिंह (परसा बाजार, पूर्वी रहीमपुर) अपनी ऑटो छोड़ कर भाग गया था. पुलिस ने उसके टेंपो में अंकित पुलिस कोड जे 647 को देखा और उससे संबंधित जानकारी को पुलिस रजिस्टर से पता किया.
रजिस्टर में उसका मोबाइल नंबर लिखा था और फिर उसे फाेन कर बुलाया गया. उसने पुलिस को बताया कि वह घटना से काफी डर गया था. वह युवती को लेकर जा रहा था, इसी बीच टेंपो के अंदर एक युवक ने फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग करने वाला सफेद रंग की बुलेट पर सवार था और घटना को अंजाम देने के बाद वे करबिगहिया की ओर भाग गये.
स्टेशन गोलंबर के पास नजर आये हैं दोनों
पुलिस ने जांच में पाया है कि रजनीश व राहुल स्टेशन गोलंबर के पास भी गये थे. सीसीटीवी कैमरा के वीडियो फुटेज में उनकी तसवीर आयी है. यह तसवीर घटना को अंजाम देने के बाद की है.वे लोग संभवत: मीठापुर आरओबी आये और फिर बुद्ध मार्ग से स्टेशन गोलंबर होते हुए चिरैयाटांड पुल से हाजीपुर की ओर निकल गये. पुलिस ने शहर में लगे कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरा का वीडियो फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है.
होटल प्रशासन की भूमिका की भी हो रही जांच
पुलिस इस मामले में होटल प्रशासन की भूमिका पर भी जांच कर रही है. सदर डीएसपी पीके मंडल के अनुसार रिसेप्शन पर 15 मिनट तक दोनों में गरमा-गरम बहस हुई. लेकिन, इसके बावजूद चंद कदमों की दूरी पर जक्कनपुर थाने को सूचित तक करना होटल प्रशासन ने मुनासिब नहीं समझा. होटल के वेटर ने भी रजनीश को पिस्तौल के साथ देखा था, लेकिन उसने जानकारी नहीं दी. क्योंकि, रजनीश ने उसे सौ रुपये टिप्स दिये थे.
7.65 बोर की लाइसेंसी पिस्टल से चली गोली
सृष्टि को चार गोली मारी गयी है. हालांकि, पुलिस ने मात्र दो ही खोखा घटनास्थल से बरामद किया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसे चार गोली लगने की जानकारी दी गयी है और काफी करीब से मारने की पुष्टि हुई. गोली 7.65 बोर की लाइसेंसी पिस्टल से चली है.
पटना-इंदौर एक्सप्रेस का लिया था टिकट
सृष्टि इंदौर जाने के लिए ट्रेन संख्या 19322 से जाने के लिए थर्ड एसी में टिकट कटवाया था. उसकी ट्रेन 11.45 बजे खुलनी थी. वह अपने सामान के साथ होटल से निकली थी. इसके बाद ही यह घटना हो गयी. पुलिस ने वह टिकट भी बरामद किया है.
महिला दारोगा के बयान पर दर्ज हुई है प्राथमिकी
सृष्टि हत्याकांड में जक्कनपुर थाने की महिला दारोगा निर्मला भारती के बयान के आधार पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इस केस के अनुसंधानकर्ता वीरेंद्र चौधरी बनाये गये हैं.
होटल के कार्ड से चंद मिनटों में मिली जानकारी
पुलिस जब घटना की सूचना मिलने पर पहुंची तो वहां से दो मोबाइल फोन व होटल मणी इंटरनेशनल का कार्ड पुलिस ने बरामद किया था. इसके बाद पुलिस को तुरंत इस बात की जानकारी मिल गयी कि वह उक्त होटल से चेक आउट कर निकली है. पुलिस टीम वहां पहुंची तो सृष्टि के संबंध में पूरी जानकारी मिल गयी और फिर परिजनों को थोड़ी देर में सूचना दे दी गयी. साथ ही होटल में लगे सीसीटीवी कैमरा का फुटेज भी हासिल कर लिया गया.

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