बिहार के सुपर सीएम बन गये हैं लालू यादव : भाजपा

पटना : पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार में बहार हो- नीतीशे कुमार हो का जदयू का नारा राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के लिए कारगर साबित हो रहा है. बिहार के लोगों के लिए बहार तो नहीं आयी, मगर लालू प्रसाद के साथ ही राजद-जदयू विधायकों के लिए बहार आ गयी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2016 7:39 AM
पटना : पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार में बहार हो- नीतीशे कुमार हो का जदयू का नारा राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के लिए कारगर साबित हो रहा है. बिहार के लोगों के लिए बहार तो नहीं आयी, मगर लालू प्रसाद के साथ ही राजद-जदयू विधायकों के लिए बहार आ गयी है. लालू प्रसाद पर से जहां एक-एक कर सरकार मुकदमे वापस करती जा रही है. वहीं, जदयू-राजद विधायकों को कानून हाथ में लेकर मनमानी करने की खुली छूट मिल गयी है.
मुख्यमंत्री के अगर वश में होता तो अब तक चारा घोटाले के तमाम मुकदमों से भी लालू प्रसाद को बरी कर चुके होते. क्या आचार संहिता उल्लंघन के मुकदमे को वापस लेने के पहले उन्होंने चुनाव आयोग से अनुमति ली थी? क्या आचार संहिता उल्लंघन के अन्य सभी मुकदमे भी वापस करेंगे? एक सप्ताह पहले लालू प्रसाद सहित 263 लोगों के खिलाफ बिहार बंद के दौरान दर्ज मुकदमे को वापस लेकर नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद को बिहार में आयी बहार का अहसास कराया. अब चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के मामले को भी समाप्त कर यह जता दिया है कि वह अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई के बाद कोई अधिकारी किसी नेता के खिलाफ चुनाव आयोग के निर्देश के बावजूद मुकदमा दर्ज करने का साहस नहीं कर पायेगा.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की इस बहार में अपराधियों के पौं बारह हैं. सत्ताधारी दल के विधायकों को भी मनमानी की पूरी छूट मिली हुई है. बड़हरा, गोपालपुर, बेलहर, जोकीहाट तथा रुपौली के सत्ताधारी दल के विधायकों के बाद अब अतरी की विधायक कुंती देवी के बेटा व उसके दोस्तों ने एक डॉक्टर को पीट कर बिहार में आयी बहार का नमूना पेश किया है. श्री मोदी ने कहा कि सत्ताधारी विधायकों को मालूम है कि वह कुछ भी करे उन पर मुकदमा नहीं होगा.अगर होगा भी तो सरकार वापस ले लेगी. नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि क्या सत्ताधारी दल के विधायकों को कानून अपने हाथ में लेने की खुली छूट देकर और लालू प्रसाद पर से मुकदमे वापस कर वह बिहार में कानून का राज कायम करना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि अब भी क्या नीतीश कुमार यह कहेंगे कि वह न तो किसी को फंसाते हैं और न बचाते हैं.

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