प्रखंड मुख्यालय पर प्रदर्शन

फुलवारीशरीफ : शुक्रवार को भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर प्रखंड मुख्यालय में एक दिवसीय धरना दिया.धरना को संबोधित करते हुए माले नेता साधु शरण ने कहा कि राज्य सरकार ने घोषणा की है कि वही व्यक्ति पंचायत चुनाव लड़ सकता है, जिसके पास शौचालय हो़ इस घोषणा से पता चलता है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2016 7:12 AM
फुलवारीशरीफ : शुक्रवार को भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर प्रखंड मुख्यालय में एक दिवसीय धरना दिया.धरना को संबोधित करते हुए माले नेता साधु शरण ने कहा कि राज्य सरकार ने घोषणा की है कि वही व्यक्ति पंचायत चुनाव लड़ सकता है,
जिसके पास शौचालय हो़ इस घोषणा से पता चलता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महादलित और दलित विरोधी हैं. इस तरह का कानून बना कर दलितों को अप्रत्येक्ष रूप से चुनाव लड़ने से दरकिनार कर रहे हैं, जो संवैधानिक अधिकारों का हनन है. अनाज के बदले पैसा देने के मामले में भाकपा नेता ने कहा कि महादलितों और दलितों को पैसा नहीं, बल्कि अनाज ही मिले़
इधर, भाकपा माले ने संपतचक प्रखंड पर भी उक्त मांगों को लेकर धरना दिया. माले के कार्यकर्ता सुधीर पंडित के निधन पर शोक व्यक्त किया गया. मौके पर सत्यानंद प्रसाद, शरीफा मांझी ,रासमणि देवी ,,मुन्नी देवी ,विभीषण आर्य, योगेंद्र मांझी आदि मौजूद थे.
बिहटा.
पंचायत चुनाव 2016 में शौचालय का शर्त हटाने एवं दलीय अघार पर चुनाव कराने की मांग को लेकर भाकपा माले ने बिहटा प्रखंड मुख्यालय का घेराव किया. नेतृत्व कर रहे पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गरीबों का नाम और आरक्षण का झूठा स्वांग रचते रहे हैं.
जिसकी सच्चाई अब सामने आने लगी है. पंचायत चुनाव में शौचालय की अनिवार्यता इसका एक बड़ा उदाहरण है. सरकार गरीबों को इसी बहाने विकास की मुख्य धारा से बाहर ले जाना चाहती है. इस निर्णय का भाकपा माले पुरजोर विरोध करेगी. मौके पर गोपाल सिहं,माघुरी गुप्ता सुरेंद्र यादव, रीता गुप्ता, दिलीप कुमार, सतीश प्रसाद आदि मौजूद थे.
फतुहा. स्थानीय प्रखंड मुख्यालय पर शुक्रवार को भाकपा माले के प्रखंड सचिव शैलेंद्र यादव की अध्यक्षता में एक दिवसीय धरना महंगाई, बेरोजगारी, कृषि संकट व सामंती दमन के खिलाफ दिया गया. धरना को संबोधित करते हुए केंद्रीय कमेटी के सदस्य व एपवा की प्रदेश अध्यक्ष सरोज चौबे ने कहा कि नीतीश सरकार जनादेश का सम्मान करने की बजाय भाजपा के ही नक्शे कदम पर आगे बढ़ रही है.
मौके पर राम विलास सिंह, रामजन्म यादव, दीना साव, मुन्ना पंडित, पंकज यादव, सुदामा दास आदि मौजूद थे. धरना के बाद पांच सूत्री मांगपत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा गया. मसौढ़ी . मसौढ़ी व धनरूआ प्रखंड मुख्यालय पर राज्यव्यापी आह्वान पर खेमस के बैनर तले विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया गया .
इस दौरान खेमस नेताओं ने कहा कि सरकार गरीबों को अनाज के बदले पैसा देने की योजना को वापस ले . पंचायत चुनाव में उम्मीदवारी के लिए शौचालय की अनिवार्यता खत्म करे . घोषणा के अनुसार सभी गरीबों को वास–आवास के लिए पांच डिसमिल जमीन उपलब्ध कराये. धनरूआ में इसकी अध्यक्षता माले नेता वीरेंदर प्रसाद ने की.
मसौढ़ी में खेमस के जिला सचिव गोपाल रविदास की अध्यक्षता में धरना दिया गया . मौके पर धनरूआ में नवल भारती , कमला देवी , संजय पासवान आदि मौजूद थे.

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