जदयू संगठन का पुनर्गठन: 30 जिलाध्यक्ष बदले गये, कमेटी में नये चेहरे
पटना: जदयू संगठन का पुनर्गठन कर दिया गया है. पार्टी ने जहां 30 जिलाध्यक्षों को बदल दिया है, वहीं तकनीकी, श्रमिक, सेवादल समेत कई प्रकोष्ठों को खत्म कर दिया है. रविवार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने संगठन के पुनर्गठन के बाद नये पदाधिकारियों की सूची जारी कर दी. पार्टी ने 11 उपाध्यक्ष, […]
पटना: जदयू संगठन का पुनर्गठन कर दिया गया है. पार्टी ने जहां 30 जिलाध्यक्षों को बदल दिया है, वहीं तकनीकी, श्रमिक, सेवादल समेत कई प्रकोष्ठों को खत्म कर दिया है. रविवार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने संगठन के पुनर्गठन के बाद नये पदाधिकारियों की सूची जारी कर दी. पार्टी ने 11 उपाध्यक्ष, 14 महासचिव, सात प्रवक्ता, 15 संगठन सचिव बनाये हैं. वहीं, 51 जिलाध्यक्षों में से 30 नये चेहरे हैं और 20 लोगों को ही अध्यक्ष पद पर रिपीट किया गया है. जदयू की राज्य कार्यकारिणी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत 61 नेताओं को जगह दी गयी है.
चेप्टर मुलायम ने क्लोज किया, हम नहीं करेंगे री-ओपेन :जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी या फिर बहुजन समाज पार्टी से एलायंस की कोई बात नहीं है. यूपी चुनाव में जरूरी नहीं कि सभी दलों के एक साथ एलायंस हो. महागंठबंधन को तो समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने ही छोड़ दिया है. उन्होंने ही जब चेप्टर क्लोज कर दिया है तो हम उसे री-ओपेन नहीं करनेवाले हैं. जदयू यूपी ही नहीं पश्चिम बंगाल, असम, झारखंड समेत अन्य राज्यों में भी अपनी पार्टी का विस्तार चाहती है और हम कर रहे हैं. केरल में जदयू का संगठन मजबूत हो रहा है. मुख्यमंत्री का सात निश्चय का महत्व है. यह सात निश्चय देश की नीति कैसी होनी चाहिए, उसे दर्शाता है. भाजपा नेता यशवंत सिन्हा के आये बयान पर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि भाजपा का जो स्वरूप बनता जा रहा है कि रिमोट कंट्रोल किसी के हाथ में है साफ पता चल रहा है. भाजपा में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, शुत्रुघ्न सिन्हा को इगनोर किया जा रहा है.
यह भाजपा ही नहीं देश के लिए भी अच्छा नहीं है. केंद्र सरकार पूंजीवादी शक्तियों का प्रतिनिधित्व कर रही है और यह सिर्फ घोषणाओं की सरकार है. बिहार चुनाव में हार के बाद भी वे नहीं चेते. अगर वे इस हार की समीक्षा करते तो यशवंत सिन्हा को कुछ कहना नहीं पड़ता.
प्रदेश अध्यक्ष
वशिष्ठ नारायण सिंह
कोषाध्यक्ष
प्रो. रणवीर नंदन
उपाध्यक्ष (11)
उदय नारायण चौधरी, पी. के. शाही, सतीश कुमार, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, दामोदर रावत, मनोज कुशवाहा, गणेश भारती, निहोरा प्रसाद यादव, अनिल हेगड़े, मो. तनबीरूज्जमां ताज और राजनारायण पांडेय.
महासचिव (14)
गिरिधारी यादव, लेसी सिंह, रंजू गीता, मंजीत सिंह, अभिराम शर्मा, नौशाद आलम, विनोद कुमार चौधरी , अरुण कु सिंह, रामबालक सिंह, अजय पासवान, श्याम बिहारी राम, रवींद्र सिंह, डाॅ नवीन आर्या व अनिल कुमार.
प्रवक्ता (07)
संजय सिंह (मुख्य प्रवक्ता), नीरज कुमार, राजीव रंजन प्रसाद, डाॅ अजय आलोक, नवल शर्मा, भारती मेहता और निखिल मंडल.
संगठन सचिव (15)
विद्यासागर सिंह, मो. मुजाहिद आलम, वशिष्ठ सिंह, अभय कुशवाहा, राजू यादव, रवि ज्योति कुमार पासवान, अशरफ अंसारी, प्रभु प्रसाद राम, ललन भुइयां, भीष्म सहनी, संजय मंडल, परमहंस कुमार, रामेश्वर महतो, भुवन पटेल और आरती प्रधान.
प्रकोष्ठ-अध्यक्ष
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ : प्रो. मो. यूनुस हुसैन हकीम
अनुसूचित जाति व अनुसूचित जन जाति प्रकोष्ठ : शशिभूषण हजारी
अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ : लक्ष्मेश्वर राय
किसान प्रकोष्ठ : उमेश कुशवाहा
युवा प्रकोष्ठ : संतोष कुशवाहा
व्यवसायिक प्रकोष्ठ : हेमनारायण साह
महिला प्रकोष्ठ : कंचन गुप्ता
राज्य कार्यकारिणी (61)
नीतीश कुमार, विजेंद्र प्रसाद यादव, राजीव रंजन सिंह, रामचंद्र प्रसाद सिंह, श्याम रजक, गुलाम रसूल बलियावी, नरेंद्र नारायण यादव, श्रवण कुमार, जय कुमार सिंह, कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, महेश्वर हजारी, शैलेश कुमार, संतोष कुमार निराला, खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, मदन सहनी, कपिलदेव कामत, मंजू वर्मा, रामनाथ ठाकुर, अली अनवर अंसारी, कौशलेंद्र कुमार, अनिल सहनी, कहकशां परवीन, वैद्यनाथ प्रसाद महतो, दिनेश चंद्र यादव, मीना सिंह, हरिनारायण सिंह, विजय मिश्रा, प्रो. रामवचन राय, ललन कुमार सर्राफ, अर्जुन राय, कौशल यादव, बागी कुमार वर्मा, गुलाम गौस, विजेंद्र चौधरी, नीरज कुमार, रामचंद्र प्रसाद, दुलालचंद गोस्वामी, रजिया खातून, शिवजी राय, रणविजय सिंह, विश्वनाथ सिंह, मौलाना उमर नूरानी, सियाशरण ठाकुर, मो. असगर समीम, अरुण मांझी, एनके सिंह, भृगुआश्रम सिंह कुशवाहा, अंजली सिन्हा, प्रो. हरपाल कौर, वीरेंद्र सिंह, डा. एल. बी. सिंह, कमल नोपानी, डा. रंजन कुमार, विंदेश्वरी सिंह, रामचरित्र सिंह, सीताराम दुखारी, अशोक कुमार बादल, कुमार विजय सिंह, डा. शत्रुघ्न मंडल, लक्ष्मीकांत मंडल और देव कुमार चौरसिया.
जिलाध्यक्षों की सूची
पश्चिमी चंपारण (बगहा): कैलाश बैठा, पश्चिमी चंपारण : डा. एन. एन. शाही, पूर्वी चंपारण: दिनेश्वर प्रसाद, गोपालगंज, प्रमोद पटेल, सीवान : राजेश्वर चौहान, सारण: तपेश्वर सिंह, वैशाली : विनोद राय, मुजफ्फरपुर (नगर) : अमरीश कुमार सिन्हा, मुजफ्फरपुर : हरिओम कुशवाहा, सीतामढ़ी: जियाउद्दीन खां, शिवहर : कमलेश पांडेय, दरभंगा (नगर) : मदन प्रसाद राय, दरभंगा : सुनील भारती, समस्तीपुर: अश्वमेघ देवी, मधुबनी : मो. अब्दुल कयूम, सुपौल :रामविलास कामत, अररिया: संजय कुमार राणा, किशनगंज : मो. फिरोज अंजुम, मधेपुरा : सियाराम यादव, सहरसा: धनिक लाल मुखिया, पूर्णिया (नगर) : नीलू पटेल, पूर्णिया: अजय कुमार ठाकुर, कटिहार (नगर): विजय सहनी, कटिहार: संजीव श्रीवास्तव, नवगछिया: चंदेश्वरी सिंह निषाद, खगड़िया : सुनील कुमार पटेल, बेगूसराय(नगर): जीतेंद्र कुमार, बेगूसराय : भूमिपाल राय, मुंगेर : बटेश्वर प्रसाद, भागलपुर (नगर) : सुड्डू साईं, भागलपुर : विभूति गोस्वामी, बांका: अोम प्रकाश मंडल, जमुई : शिवशंकर चौधरी, लखीसराय : रामानंद मंडल, शेखपुरा : डा. अर्जुन प्रसाद, नवादा : प्रदीप महतो, नालंदा : बनारस सिंह, बिहारशरीफ (नगर): महमूद बक्खो, जहानाबाद : जय प्रकाश नारायण चंद्रवंशी, अरवल : जितेंद्र पटेल, गया (नगर) : राजेश प्रसाद, गया : शौकत अली, औरंगाबाद: धर्मेंद्र सिंह मुखिया, रोहतास : नागेंद्र चंद्रवंशी, कैमूर : प्रमोद कुमार सिंह, बक्सर : रामव्यास सिंह कुशवाहा, आरा (नगर) : राजीव रंजन श्रीवास्तव, भोजपुर : अशोक कुमार शर्मा, पटना (नगर) : इम्तियाज अहमद अंसारी, पटना :बाल्मीकि सिंह, बाढ़: अशोक चंद्रवंशी