सिंचाई केंद्रों व नहरों की खाली जमीन पर हाट-बाजार लगेंगे
पटना : सिंचाई केंद्रों व नहरों के आसपास की खाली जमीनों पर हाट-बाजार लगेंगे. बाढ़ के समय हर वर्ष सिंचाई केंद्रों व नहरों की खाली जमीन को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने के लिए जल संसाधन विभाग को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कोसी-पूर्णिया में तो कई बार अतिक्रण हटाने के लिए लाठी चार्ज […]
हाट-बाजार और टेंपो-जीप पड़ावों की बंदोबस्ती इसी शर्त पर की जायेगी कि उन्हें बाढ़ के वक्त विस्थापितों के पुनर्वास के लिए जगह खाली करनी पड़ेगी. बाढ़ या कोई अन्य आपदा न आयी, तो हाट-बाजार को स्थानांतरित करने की कोई नौबत नहीं आयेगी. पहले चरण में जल संसाधन विभाग ने सोन नहर और बक्सर के सिंचाई केंद्रों के आस-पास खाली पड़ी जमीन की बंदोबस्ती करने का निर्णय लिया है. यह प्रयोग यदि सफल रहा, तो अन्य जिलों के सिंचाई केंद्रों व नहरों के आस-पास की खाली पड़ी जमीन को भी हाट-बाजार खोलने के लिए जल संसाधन विभाग बंदोबस्त करेगा. सोन और बक्सर के सिंचाई केंद्रों व नहरों की जमीन की हाट-बाजारों की बंदोबस्ती से जल संसाधन विभाग को 12 लाख की आय होने की उम्मीद है. दोनों केंद्रों पर हाट-बाजार, गिट्टी-बालू और टेंपो-जीप स्टैंड के लिए बंदोबस्ती कराने को बड़ी संख्या में लोग उत्सुक हैं. बक्सर की नहरों के किनारे 10,जबकि सोन नहर के किनारे छह हाट-बाजार व बालू-गिट्टी के लिए खाली पड़ी जमीनों की बंदोबस्ती होगी.