महिलाओं की आजादी पर हो रहे हमले पर लगे अंकुश

संस्कृति के नाम पर बढ़ती कट्टरता और महिला आजादी का प्रश्न विषय पर गोष्ठी पटना : अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) की ओर से गुरुवार को आइएमए हॉल में संस्कृति के नाम पर बढ़ती कट्टरता और महिला आजादी का प्रश्न विषय पर गोष्ठी आयोजित की गयी. इसमें ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी ने कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2016 1:47 AM
संस्कृति के नाम पर बढ़ती कट्टरता और महिला आजादी का प्रश्न विषय पर गोष्ठी
पटना : अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) की ओर से गुरुवार को आइएमए हॉल में संस्कृति के नाम पर बढ़ती कट्टरता और महिला आजादी का प्रश्न विषय पर गोष्ठी आयोजित की गयी. इसमें ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि आज संस्कृति के नाम पर महिलाओं की आजादी और सम्मान पर हमले किये जा रहे हैं.
महिलाएं ही नहीं, बल्कि दलित व अल्पसंख्यक समुदाय पर प्रतिबंध लगाये जा रहे हैं. कौन क्या खायेगा, क्या पहनेगा और कहां जायेगा. यह सब कुछ निर्देशित किया जा रहा है. रोहित वेमुला की आत्महत्या हो या अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए केंद्र सरकार का निर्देश यह दिखा रहा कि इस कट्टरता को संरक्षण राजनीतिक पार्टियों द्वारा दी जा रही हैं.
उपाध्यक्ष डॉ भारती एस कुमार ने कहा कि इसके खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है, ताकि महिलाएं स्वतंत्र तरीके से जीवन जी सकें. डॉ गोगी कुमार ने कहा कि अमेरिका जैसे विकसित देश में भी महिलाओं के प्रति परंपरागत सोच हावी है. इसे समाप्त करने के लिए महिलाओं को आगे आना होगा. मौके पर अलका वर्मा, वरीय पत्रकार निवेदिता, अनिता सिन्हा व झुमा गुप्ता समेत अन्य उपस्थित रहीं.

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