नक्सली के नाम पर लेवी वसूलता था बाबा

नक्सली संगठनों का झांसा देनेवाले गिरोह का मास्टर माइंड गिरफ्तार पटना : सूबे के पटना, जहानाबाद, अरवल व गया जिले में एक गिरोह सक्रिय है, जो माओवादी व नक्सली संगठनों टीपीसी, आरसीसी व एमसीसी के नाम पर ईंट-भट्ठे मालिकों व पेट्रोल पंप संचालकों से लेवी वसूल रहा था. इसका खुलासा उस समय हुआ, जब पटना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2016 6:59 AM
नक्सली संगठनों का झांसा देनेवाले गिरोह का मास्टर माइंड गिरफ्तार
पटना : सूबे के पटना, जहानाबाद, अरवल व गया जिले में एक गिरोह सक्रिय है, जो माओवादी व नक्सली संगठनों टीपीसी, आरसीसी व एमसीसी के नाम पर ईंट-भट्ठे मालिकों व पेट्रोल पंप संचालकों से लेवी वसूल रहा था.
इसका खुलासा उस समय हुआ, जब पटना पुलिस ने गिरोह के मास्टर माइंड शंकर उर्फ बाबा (भीखनपुर, कोच, गया) को बहादुरपुर के महावीर कॉलोनी स्थित आवास से गिरफ्तार किया. उसके पास से एक कंट्री मेड कारबाइन, कारतूस समेत लेवी लेने से संबंधित एक पत्र बरामद किया गया है. खास बात यह है कि गिरोह में बाजार समिति स्थित बीडीएस कोचिंग के संचालक अनिल शर्मा के भी शामिल होने की जानकारी पुलिस को मिली है. उसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी की जा रही है. इतना ही नहीं, पुलिस के सामने अरवल व गया के एक दर्जन लोगों के नाम सामने आये हैं, जो इस गिरोह में शामिल हैं.
गिरोह का सरगना गया के दौलतपुर का रहनेवाला ऊदल है. इसके साथ ही गिरोह में एक पूर्व प्रमुख के शामिल होने की भी जानकारी पुलिस को मिली है. हाल में ही शंकर उर्फ बाबा ने 16 लाख रुपये बीडीएस कोचिंग के संचालक अनिल शर्मा के खाते में ट्रांसफर किया था. शंकर के जब्त तीन खाताें को पुलिस ने जब खंगाला, तो पैसा ट्रांसफर की जानकारी मिली.
इधर जहानाबाद पुलिस ने भी इस गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ा है. एसएसपी मनु महाराज के निर्देश पर एएसपी ऑपरेशन अनुपम कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शंकर उर्फ बाबा को पकड़ा. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि गिरोह में शामिल कई सदस्यों के नामों की जानकारी मिली है और उन लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
पुजारी के वेश में कर रहा था गोरखधंधा
शंकर ने बहादुरपुर की महावीर कॉलोनी में आलीशान मकान लेवी के पैसे से बनवा लिया है. उसने तीन जनवरी को ही गृह प्रवेश किया था और कई प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया था. गया के टेकारी के डीएसपी का रीडर भी भोज में शामिल हुआ था. महावीर कॉलोनी में शंकर को लोग पुजारी समझते थे और बाबा कह कर पुकारते थे. वह हमेशा पुजारी के वेश में ही रहता था.
ईंट-भट्ठों पर फेंकवा देता था परचा
शंकर या उसके गिरोह के कोई भी सदस्य नक्सली संगठन से नहीं जुड़े हुए हैं, लेकिन कभी टीपीसी तो कभी आरसीसी तो कभी एमसीसी के नाम पर ये लोग ईंट-भट्ठा मालिकों व पेट्रोल पंप पर धमकी भरा परचा फेंक देते थे. अरवल व गया में भी इन लोगों द्वारा कई ईंट-भट्ठों पर इसी तरह का धमकी भरा परचा फेंका गया था. कई भट्ठा संचालकों ने डर के कारण उक्त भट्ठों पर पैसा पहुंचा दिया था. यह गोरखधंधा कई दिनों से चल रहा था. भट्ठा संचालक भी यह समझते थे कि नक्सली या माओवादी संगठन ने उन्हें धमकी भरा परचा दिया है.
गया के बेला में जला दी थीं गाड़ियां
यह गिरोह इतना शातिर था कि एक ही भट्ठा या पेट्रोल पंप संचालक से अलग-अलग संगठनों के नाम पर तीन-तीन बार लेवी वसूल चुके थे और उन संचालकों को यह लगता था कि अलग-अलग संगठनों से लेवी मांगी गयी है. दहशत बनाने के लिए हवाई फायरिंग कर निकल जाते थे.
इसके बाद आसानी से ये लेवी वसूलने में कामयाब हो जाते थे. हाल में इस गिरोह ने गया के बेला में कई वाहनों को जला दिया था. पटना जिला के सिगोड़ी थाने में इन लोगों ने दो भट्ठा संचालकों से लेवी की वसूली की थी, लेकिन मामला थाने तक भी नहीं पहुंचा था.

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