राष्ट्रद्रोह में जन्म लेनेवाले पढ़ा रहे पाठ

पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि इशरत जहां के मुद्दे को भाजपा नेताओं ने ऐसे लपका जैसे इनको बैठे-बिठाये मुद्दा मिल गया हो. भाजपा का जन्म ही राष्ट्र विरोध में हुआ है और वो आज राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ा रहे हैं. भाजपा का पूरा वैचारिक आधार, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2016 7:07 AM
पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि इशरत जहां के मुद्दे को भाजपा नेताओं ने ऐसे लपका जैसे इनको बैठे-बिठाये मुद्दा मिल गया हो. भाजपा का जन्म ही राष्ट्र विरोध में हुआ है और वो आज राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ा रहे हैं. भाजपा का पूरा वैचारिक आधार, नीतियां और कार्यक्रम ही राष्ट्रवाद की विरोधी है. भाजपा नेता सुशील मोदी जैसे नेता यदि राष्ट्रीयता की बात करते हैं, तो मजाक लगता है. भाजपा इशरत जहां की आड़ में ऐसा दिखाने का प्रयास कर रही है, मानो सारे लोग देशद्रोही हों, एक मात्र आरएसएस और भाजपा के लोग ही सच्चे देशभक्त हैं.
उन्होंने कहा कि सुशील मोदी कुछ बातों को बताएं इशरत जहां लश्कर की आतंकी है यह किसने कहा. हेडली ने सीधे इशरत जहां का नाम नहीं लिया, बल्कि उसने कहा की मुझे लखवी नामक एक आतंकी ने बताया था की भारत में हुए हमले में एक महिला आतंकी भी मारी गयी थी.
उसके बाद सरकारी वकील ने हेडली से जब उस महिला का नाम पूछा तो उसे तीन विकल्प दिये गये. उस तीन में से हेडली ने इशरत जहां का नाम लिया. संजय सिंह ने कहा कि अहमदाबाद के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट तमांग ने कहा था कि यह एनकाउंटर फर्जी है.
एसआइटी ने अपनी रिपोर्ट में भी इशरत जहां के एनकाउंटर को फर्जी बताया था. यही नहीं, देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी सीबीआइ ने भी फेक एनकाउंटर बताया था और उसने एसपी बंजारा को गिरफ्तार भी किया था. क्या देश की अदालतें गलत, देश की जांच एजेंसियां गलत और सही सिर्फ हेडली है.
यह वही हेडली है, जिसे तीन देशों ने डबल एजेंट करार दे रखा है. ये मामला दो साल तक सीबीआइ के जिम्मे था और इन दो सालों में केंद्र में भाजपा की सरकार है और सीबीआइ गृह मंत्री और पीएम के जिम्मे होता है.
ऐसे हालात में पीएम और गृह मंत्री को भी इस्तीफा दे देना चाहिए. गुजरात में दंगा हुआ, हजारों लोग मारे गए, हजारों घर बर्बाद हो गए, हजारों लोग बेघर हो गए. उसके लिए कौन माफी मांगेगा? उस समय गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी थे और उसके दोषी भी थे. क्या नरेंद्र मोदी को गुजरात दंगे लिए माफी नहीं मांगनी चाहिए?

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