बृजनाथी हत्याकांड : कागजी घोड़े दौड़ा रही पुलिस

पटना : बृजनाथी हत्याकांड में पुलिस अब सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ा रही है. हत्या के नौ दिन बाद भी किसी हत्यारोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है. बृजनाथी के ड्राइवर, गार्ड समेत कई लोगों से पूछताछ में भी पुलिस काे कोई खास जानकारी हाथ नहीं लगी है. एसआइटी में भी किसी ऐसे तेज तर्रार पुलिस कर्मी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2016 7:10 AM
पटना : बृजनाथी हत्याकांड में पुलिस अब सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ा रही है. हत्या के नौ दिन बाद भी किसी हत्यारोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है. बृजनाथी के ड्राइवर, गार्ड समेत कई लोगों से पूछताछ में भी पुलिस काे कोई खास जानकारी हाथ नहीं लगी है.
एसआइटी में भी किसी ऐसे तेज तर्रार पुलिस कर्मी को नहीं शामिल किया गया है, जो अपने नेटवर्क को लेकर सुर्खियों में रहा हो. नतीजा यह है कि आरोपितों का दूर-दूर तक कोई पता नहीं चल सका है. अब पुलिस वारंट के बाद कुर्की-जब्ती के लिए कोर्ट में आवेदन करेगी.
दरअसल दो दिन कोर्ट बंद रहने के कारण अब पटना पुलिस सोमवार को कुर्की-जब्ती के लिए आवेदन करेगी. कोर्ट से स्वीकृति मिलने के बाद कोर्ट का नोटिस हत्यारोपितों के आवास पर चस्पा किया जायेगा.
इसके बाद अगर गिरफ्तारी हो जाती है, या फिर आरोपित कोर्ट में सरेंडर कर देते हैं, तो ठीक, वरना उनकी संपत्ति कुर्क कर ली जायेगी. इस संबंध में शनिवार को एसएसपी मनु महाराज ने एसपी ग्रामीण एलएम प्रसाद के साथ बातचीत की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. उन्हाेंने बताया कि राघोपुर इलाके में लगातार छापेमारी जारी है.
मालूम हो कि लोजपा नेता बृजनाथी सिंह को फतुहा थाना क्षेत्र में अपराधियों ने कच्ची दरगाह के पास एके 47 से भून दिया था. उस समय बृजनाथी सिंह अपनी और अपने भाई की पत्नी के साथ पटना आ रहे थे.
अपराधियों ने एक मिनट से ज्यादा फायरिंग नहीं की और तुरंत ही वहां से निकल गये थे. अगर वे लोग कुछ देर और रूक जाते तो और की भी जान जा सकती थी. लेकिन, बृजनाथी सिंह की हिम्मत के कारण अपराधियों ने वहां रूकना मुनासिब नहीं समझा और गोली मारने के बाद तुरंत ही निकल गये. सामने से पहले फायरिंग की घटना होते ही चालक व अंगरक्षक तो वहां से निकल गये, लेकिन गोली लगने के बाद भी बृजनाथी ने नीचे उतर कर एक को पकड़ने का प्रयास किया और इससे अपराधियों में हड़कंप मचा. इसके बाद बृजनाथी को मौत के घाट उतारने के बाद सीधे निकल गये. इस घटना में उनकी पत्नी और भाभो बाल-बाल बच गयीं.
बरामद राइफल की जांच रिपोर्ट का इंतजार
पटना पुलिस ने हत्यारोपित सुबोध राय के घर से जो रेगुलर राइफल बरामद की है, वह लाइसेंसी है. वह राइफल सुबोध के भाई के नाम से है. अब पुलिस इसकी बैलेस्टिक जांच कराने की प्रक्रिया में लगी है. इसके लिए कोर्ट से परमिशन लिया जाना है. इसके लिए भी कोर्ट में अरजी दी जायेगी.
पुलिस का कहना है कि घटना स्थल से जो पिलेट और खोखे मिले हैं, वे रेगुलर राइफल में इस्तेमाल होता है. ऐसे में शक गहरा रहा है कि बृजनाथी की हत्या में इस राइफल का प्रयोग हुआ है. फिर भी जांच रिपोर्ट का पुलिस इंतजार कर रही है.
मालूम हो कि बृजनाथी हत्याकांड के आरोपित सुबोध राय, सुनील राय, मुन्ना सिंह और बबलू सिंह घटना के वक्त कहां थे, यह पुलिस सत्यापित नहीं कर पायी है. अब तक उनके मोबाइल के टावर लोकेशन का पता नहीं लगाया गया है. जबकि, पूर्व में मोबाइल टावर लाेकेशन के जरिये पुलिस कई मामलों में अपराधियों तक पहुंचने में सफल
रही है.

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