अपहरणकर्ताओं के गैंग की पहचान में जुटी पुलिस

पटना: राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर छपरा पुलिस व स्पेशल टास्क फोर्स संयुक्त रूप से सूरत के व्यवसायी के अपहरण मामले में अपहरणकर्ता गैंग की पहचान में जुट गयी है. पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त रंजीत सिंह का भाई दीपक सिंह फिलहाल फरार चल रहा है. उसकी तलाश की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2013 7:35 AM

पटना: राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर छपरा पुलिस व स्पेशल टास्क फोर्स संयुक्त रूप से सूरत के व्यवसायी के अपहरण मामले में अपहरणकर्ता गैंग की पहचान में जुट गयी है. पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त रंजीत सिंह का भाई दीपक सिंह फिलहाल फरार चल रहा है. उसकी तलाश की जा रही है. सूत्रों की मानें तो दीपक सिंह द्वारा अपहृत व्यवसायी मो सोहैल हिंगोरा के पिता हनीफ हिंगोरा से नौ करोड़ रुपये की हुई डील में शामिल था. उसे पूरे घटनाक्रम की जानकारी थी.

सारण जिले के नया गांव स्थित अपहृत व्यवसायी सोहैल को अपहरणकर्ताओं ने दमन से लाकर 25 दिनों तक रखा. इस बीच घर में शादी समारोह भी हुआ. लेकिन, किसी को पता नहीं चला कि घर में रह रहा युवक अपहरण कर यहां लाया गया है. शादी समारोह के दौरान उस युवक का परिचय दूसरे लोगों से मित्र के रूप कराया जाता रहा. मो सोहैल पूरे घर में आराम से इधर-उधर घूमता रहता था.

उस पर कड़ी निगाह रखी जाती थी. नयागांव स्थित अपहरणकर्ताओं का घर भी गांव के मुख्य टोले से थोड़ा हट के है, वहां कभी-कभी सोहैल घर की छत पर भी चला जाता था. पुलिस सूत्रों ने बताया कि घर की छत पर लगे एयरटेल के डिश टीवी के एंटीना पर चिपकाये गये नंबर को उसने याद कर लिया था. जब नौ करोड़ रुपये की फिरौती की रकम का भुगतान कर उसे छोड़ा गया तब उसने पूरी जानकारी दमन पुलिस को पूछताछ के दौरान बतायी थी. इसी आधार पर उस एंटीना के नंबर से बिहार व नयागांव की तलाश की गयी थी. इसके पूर्व फिरौती की रकम कभी पंजाब तो कभी यूपी व अन्य राज्यों के फोन से मांगी जा रही थी.

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