बिहार सरकार जमीन दे, करेंगे एयरपोर्ट का विकास : केंद्रीय राज्यमंत्री
पटना : केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री महेश शर्मा ने साफगोइ से स्वीकार किया कि पटना एयरपोर्ट की स्थिति अच्छी नहीं है. उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे के पास भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और एसटीएफ की 55 एकड़ जमीन है अगर राज्य सरकार उसे दे तो डेढ़ साल में इसका विकास कर अंतरराष्ट्रीय […]
पटना : केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री महेश शर्मा ने साफगोइ से स्वीकार किया कि पटना एयरपोर्ट की स्थिति अच्छी नहीं है. उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे के पास भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और एसटीएफ की 55 एकड़ जमीन है अगर राज्य सरकार उसे दे तो डेढ़ साल में इसका विकास कर अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बना देंगे.
इससे बड़े विमान भी उतर सकें. उन्होंने कहा कि जल्द ही एयरपोर्ट आॅथोरिटी और उनके मंत्रालय के अधिकारी मुख्यमंत्री से मिलेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं.
शर्मा मंगलवार को भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे. शर्मा ने कहा कि पटना एयरपोर्ट पर काफी असुविधा है. रनवे से लेकर टर्मिनल भवन और पार्किंग छोटा है. जबतक बिहटा या पुनपुन में नया एयरपोर्ट नहीं बन जाता है तब तक राज्य सरकार एयरपोर्ट के पास की 55 एकड़ जमीन दे तो एयरपोर्ट का विकास हो जायेगा. एेसे भी जमीन मिलने के बाद नया एयरपोर्ट बनाने में 3 से 5 साल का समय लगेगा. जमीन मिलने से रनवे का विस्तार हो जायेगा तथा मल्टी स्टोरी टर्मिनल बन जायेगा. एयर बस भी तब उतर जायेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पर्यटन की बिहार में अपार संभावना है. केंद्र सरकार थीम वेस पर्यटन को बढ़ावा दे रही है. बुद्ध से जुड़े देश के 7 स्थानों में 3 बिहार में है. बुद्ध सर्किट को लिए 170 करोड़ दिया गया है.
पर्यटन से जुवाओं को रोजगार मिलेगा और महिलाओं का सशक्तीकरण होगा. उन्होंने कहा कि बिहार पर्यटन के मामले में काफी पीछे है. देश में हर साल पर्यटन से 1.28 लाख करोड़ विदेशी मुद्रा की आमदनी होती है. बिहार में पर्यटन को नयी दिशा देने की जरूरत है. ललित कला अकादमी और खुदावख्स लाइब्रेरी का विकास किया जायेगा. इस मौके पर विपक्ष के नेता प्रेम कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय मयुख , महामंत्री सुधीर शर्मा , अरविंद सिंह मौजूद थे.
जेएनयू विवाद पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने कहा कि देश से बड़ा कोई नहीं है. देश की खिलाफत करने वाले देशद्रोह ता वात करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. जेएनयू की घटना शर्मनाक के साथ- साथ चिंतनीय भी है. घटना के पीछे कौन है इसकी जांच चल रही है. एक सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बताएं कि एेसा कौन होगा जो जेएनयू में लगे नारे को सुनना पसंद करेगा.