पटना : जेएनयू छात्र संघ के अघ्यक्ष कन्हैया कुमार के समर्थन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगे आने के कुछ दिनों बाद पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने आज बेगूसराय जिला स्थित कुमार के गांव का दौरा किया और कहा कि उनकी ‘‘साजिशन गिरफ्तारी” केंद्र में भाजपा सरकार के लिए ‘‘बर्बादी” साबित होगी. जदयू प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार बीहट के मधुसूदनपुर स्थित कन्हैया के घर गए और परिवार के साथ एकजुटता जतायी. नीरज कुमार ने बाद में गांव में एक जनसभा को संबोधित किया और कन्हैया की तत्काल रिहाई की मांग की.
उन्होंने कहा कि घटनाक्रम के सामने आने के साथ ही संकेत मिलता है कि कन्हैया का इरादा प्रतिष्ठित संस्थान में शांति स्थापित करना था न कि कोई राष्ट्रविरोधी गतिविधि. उन्होंने कहा कि कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के करीब 120 घंटे हो चुके हैं लेकिन उनके खिलाफ कोई सबूत सार्वजनिक नहीं किया गया है.” बिहार जदयू प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ केंद्र को या तो जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष के खिलाफ सबूत पेश करना चाहिए या उनके खिलाफ देशद्रोह का आरोप वापस लिया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि कन्हैया कुमार स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से हैं जिनमें भाकपा के प्रसिद्ध नेता चंद्रशेखर सिंह और रामचरित्र सिंह शामिल हैं. केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए जदयू नेता ने कहा, ‘‘ कन्हैया कुमार की साजिशन गिरफ्तारी भाजपा सरकार के लिए बर्बादी साबित होगी. जदयू नेता का बयान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कन्हैया का बचाव किये जाने के बाद आया है. मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह कन्हैया से मिले थे और वह ‘‘राष्ट्र विरोधी” नहीं हो सकते.
मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा था कि यह देश पर एबीवीपी की विचारधारा थोपने का प्रयास है और दावा किया था कि यह देश में ‘‘आपातकाल लगाने के समान” है. राजद के वरिष्ठ नेता और राज्य में मंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी ने भी कन्हैया कुमार का समर्थन किया. उन्होंने आरोप लगाया कि कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी आरएसए, भाजपा और एबीवीपी द्वारा रची गयी साजिश का हिस्सा है. इस बीच बिहार भाजपा के अध्यक्ष मंगल पांडेय ने आज कहा कि कन्हैया के ‘‘राष्ट्रविरोधी” कथनों और प्रतिद्वंद्वियों द्वारा उनका बचाव किये जाने के खिलाफ पार्टी के युवा कार्यकर्ता 18 से 21 फरवरी के बीच राज्य भर में आंदोलन करेंगे.