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परीक्षा सिर पर, अब तक सिलेबस का पता नहीं

रिंकू झा पटना : 24 फरवरी से इंटर की परीक्षा शुरू होगी़ लेकिन, अब तक नॉन हिंदी व कंप्यूटर सहित कई विषयों के सिलेबस ही नहीं मिले हैं. ऐसे में छात्र परेशान हैं कि इन विषयों की तैयारी कैसे करें और पास किस तरह हुआ जाये. अच्छे अंक लाना तो दूर की बात है. नाॅन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2016 1:09 AM
रिंकू झा
पटना : 24 फरवरी से इंटर की परीक्षा शुरू होगी़ लेकिन, अब तक नॉन हिंदी व कंप्यूटर सहित कई विषयों के सिलेबस ही नहीं मिले हैं. ऐसे में छात्र परेशान हैं कि इन विषयों की तैयारी कैसे करें और पास किस तरह हुआ जाये. अच्छे अंक लाना तो दूर की बात है. नाॅन हिंदी (50 अंक हिंदी और 50 अंक अंगरेजी), कंप्यूटर के अलावा सोशियोलॉजी का सिलेबस कुछ और है और स्कूल में पढ़ाई कुछ और हाे रही है.
आठ साल पहले अपडेट
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक वर्ग के सभी विषयों के सिलेबस को आठ साल पहले अपडेट किया गया था. नॉन हिंदी का सिलेबस बनाया ही नहीं गया. इस कारण पिछले आठ सालों से नॉन हिंदी की पढ़ाई के नाम पर बस खानापूर्ति ही होती है.
भाषा में 300 अंक
इंटर परीक्षा में जो छात्र 200 अंकों की अंगरेजी का चयन करते हैं, उनके लिए नॉन हिंदी (50 हिंदी, 50 अंगरेजी) लेना जरूरी है. वहीं, जो छात्र हिंदी लेते है, उन्हें या तो 100 अंकों की अंगरेजी या फिर 50 हिंदी-50 अंगरेजी का चयन करना होता है.
समाजशास्त्र में भी कुछ ऐसा ही हाल है. सिलेबस के अनुसार 80 अंकों की थ्योरी पढ़नी होती है और 20 अंकों का सोशल प्रोजेक्ट करना होता है. लेकिन, स्कूलों में 100 अंकों का समाजशास्त्र पढ़ाया जाता है. इतना ही नहीं इंटर की परीक्षा में भी 100 अंकों के प्रश्न आते हैं. वही कंप्यूटर साइंस के तहत कंप्यूटर आइपी और कंप्यूटर साइंस लेना होता है. दोनों ही सौ-सौ अंक के होते हैं. लेकिन, इन दोनों विषयों का सिलेबस क्या है, इसकी जानकारी छात्राें को नहीं है. पढ़ाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है.
नॉन हिंदी का सिलेबस अभी तक नहीं बनाया गया है. हम इस बात को स्वीकार करते हैं. इससे परीक्षा देने में छात्रों को दिक्कतें होंगी ही. अंतिम समय में तो कुछ नहीं किया जा सकता है. अगले साल इसे सही कर दिया जायेगा.
डॉ मुरली मनोहर सिंह, डायरेक्टर, एससीइआरटी

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