बिना चीरे गॉल ब्लाडर का ऑपरेशन

पीएमसीएच में अप्रैल से शुरू होगा इआरसीपी विधि से ऑपरेशन पटना : गॉल ब्लाडर (पित्त की थैली) में पथरी या सीबीडी (कॉ़मन बाइल डक्ट) में रुकावट की समस्या से पीड़ित मरीजों के लिए अच्छी खबर. प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में अप्रैल माह से बिना पेट में चीरा लगाये इन बीमारियों को दूर करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2016 7:22 AM
पीएमसीएच में अप्रैल से शुरू होगा इआरसीपी विधि से ऑपरेशन
पटना : गॉल ब्लाडर (पित्त की थैली) में पथरी या सीबीडी (कॉ़मन बाइल डक्ट) में रुकावट की समस्या से पीड़ित मरीजों के लिए अच्छी खबर. प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में अप्रैल माह से बिना पेट में चीरा लगाये इन बीमारियों को दूर करने के लिए सर्जरी की सुविधा शुरू होने वाली है. सर्जरी की इस विधि को इआरसीपी सर्जरी कहा जाता है. इस विधि में अपर जीआइ इंडोस्कॉपी (मुंह से पाइप डालकर) के जरिये प्रभावित हिस्से की सर्जरी होती है.
इस सुविधा को शुरू कराने के लिए सर्जरी विभाग ने अस्पताल प्रशासन से मांग की थी. अस्पताल प्रशासन ने प्रस्ताव राज्य स्वास्थ्य समिति को भेजा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. पीएमसीएच प्रदेश का पहला अस्पताल होगा, जहां इआरसीपी सर्जरी विधि से मरीजों का इलाज होगा. फिलहाल इस सर्जरी के लिए मरीजों को दिल्ली एम्स या फिर लखनऊ के पीजीआइ में जाना पड़ता है.
कम समय में रिकवरी
प्रदेश में अभी गॉल ब्लाडर के ऑपरेशन के लिए लेप्रोस्कॉपिक सर्जरी का इस्तेमाल होता है. इसमें पेट पर छोटे-छोटे चीरे लगाये जाते हैं और कैमरे के जरिये ऑपरेशन होता है. लेप्रोस्कॉपिक सर्जरी ऑपरेशन के परंपरागत तरीके एडवांस है. लेकिन, इसमें भी मरीज को तीन से चार दिनों के बाद ही अस्पताल से छुट्टी मिलती है. पूरी तरह रिकवर होने में तीन-चार सप्ताह का समय लग जाता है. इआरसीपी सर्जरी शुरू होने से रिकवरी टाइम में और कमी आयेगी और मरीज जल्द ही पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने कामकाज पर लौट सकता है.
बेहद कम होती है ब्लीडिंग
इआरसीपी यानी एंडोस्कोपी रेट्रिग्रेट क्लूजियो पेनोग्रेटाफी विधि में एंडोस्कोपी के माध्यम से सर्जरी होती है. इस विधि की खासियत है कि जितने सेंटीमीटर में पथरी या कोई और अन्य बीमारी है तो उतने ही सेंटीमीटर का ऑपरेशन किया जाता है. इससे इंटरनल ब्लीडिंग भी बेहद कम होती है. इआरसीपी के जरिये कैंसर सहित पेट संबंधी अन्य बीमारियों की जांच भी की जा सकती है.
बोले अधिकारी
अस्पताल प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेज कर इआरसीपी सर्जरी सुविधा दिलाने की मांग की थी. विभाग ने हमारी मांग मान ली है. बीएमआइसीएल से मशीन आते ही सर्जरी की सुविधा मिलने लगेगी.
डॉ एसएन सिन्हा, प्रिंसिपल पीएमसीएच

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