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ममता को मिलेगी करारी शिकस्त : हन्नान मोल्ला

पटना : पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में इस बार ममता बनर्जी को करारी शिकस्त मिलेगी. तृणमूल शासन से वहां की जनता त्रस्त है. इस बार वाम संगठनों की 11 पार्टियां वहां मिलकर चुनाव लड़ेगी अौर तृणमूल को धूल चटायेगी. वाम ब्लॉक पश्चिम बंगाल में तृणमूल को शिकस्त देने वाली पार्टियों को भी समर्थन देने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2016 7:34 AM
पटना : पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में इस बार ममता बनर्जी को करारी शिकस्त मिलेगी. तृणमूल शासन से वहां की जनता त्रस्त है. इस बार वाम संगठनों की 11 पार्टियां वहां मिलकर चुनाव लड़ेगी अौर तृणमूल को धूल चटायेगी. वाम ब्लॉक पश्चिम बंगाल में तृणमूल को शिकस्त देने वाली पार्टियों को भी समर्थन देने पर विचार करेगा. उक्त दावा रविवार को माकपा नेता हन्नान मोल्ला ने की. वे पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे.
वे पार्टी की दो दिवसीय स्टेट कमेटी की बैठक में भाग लेने आये हुए थे.क्या पश्चिम बंगाल में वाम ब्लॉक कांग्रेस से चुनावी गंठबंधन करेगा? इस पर उन्होंने कहा कि वाम ब्लॉक का गंठबंधन 11 वाम समर्थक दलों के साथ ही है, जिस सीट पर कांग्रेस या अन्य दल तृणमूल को परास्त करने की स्थिति में होगी , उसका हम समर्थन कर सकते हैं. पार्टी की नेशनल काउंसिल का बैठक में इस पर विचार होगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि पश्चिम बंगाल चुनाव में वाम ब्लॉक किसी सूरत में भाजपा से कोई तालमेल नहीं करेगा.
उन्होंने बताया कि बैठक में संवैधानिक अधिकारों पर हो रहे हमलों के खिलाफ 23 से 25 फरवरी तक प्रतिरोध मार्च निकालने का निर्णय लिया गया है. इस दौरान जिलों में रैलियां भी निकाली जायेगी.
23 फरवरी को वाम ब्लॉक बेगूसराय बंद भी करायेगा. बैठक में सूबे के किसानों व खेतिहर मजदूरों की बदहाली के मुद्दे पर 24 फरवरी को सभी प्रखंड मुख्यालयों पर धरना देने और प्रदर्शन करने का भी निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि धान खरीद के मोरचे पर बिहार सरकार पूरी तरह विफल रही है. विविशता में किसान सात से आठ सो रुपये प्रति क्वींटल का दर से धान बेच रहे है. यही नहीं, सूबे के गन्ना किसानों का 500 करोड़ के वकाये का भी भुगतान नहीं हो पा रहा है. माकपा एेसे पिड़ित किसान-मजदूरों को संगठित कर बड़ा आंदेलन करेगी. उन्होंने कहा कि वाम ब्लॉक ने प्रारंभ से ही पंचायत चुनाव दलीय आधार पर कराने की मांग की थी, किंतु बिहार सरकार ने इस मांग को दरकिनार कर दिया. पंचायत चुनाव में वाम ब्लॉक जन विरोधी नीतियों तथा जनता को विभाजित करने वाली सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ पंचायत के मतदाताओं को गोलबंद करेगी.
जेएनयू मामले पर उन्होंने कहा कि आरएसएस शैक्षणिक संस्थाओं पर अपना बर्चस्व कायम करने के लिए तरह-रह के हथकंडे अख्तियार कर रहा है. बिना कोई सबूत के जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष पर देश-द्रोह का मुक्कदमा दर्ज कराया गया. उन्होंने छात्र नेता कन्हैया की अविलंब रहाई अौर देश से क्षमा मांगने की केंद्र सरकार से मांग की. संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश सचिव अवधेश कुमार और महा नगर सचिव मनोज कुमार भी मौजूद थे.

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